नागपुर। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को प्रोफेसर जी. एन साईंबाबा के संबंध में उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह फैसला उन पुलिसकर्मियों के परिवारों के लिए राहत भरा है, जिन्होंने नक्सलियों से लड़ते हुए अपनी जान गंवाई थी। श्री फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शीर्ष अदालत के उस फैसले की सराहना की, जिसमें प्रोफेसर साईबाबा के मामले में शुक्रवार को बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ द्वारा दिए गए फैसले पर रोक लगा दी गई थी।
उन्होंने कहा कि इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच का फैसला आश्चर्यजनक और चौंकाने वाला था। जब आरोपी के खिलाफ इतने सबूत थे तो उसे महज तकनीकी खामी पर छोड़ देना कहां तक तर्कसंगत है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उसने असामाजिक और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में सीधे माओवादियों की मदद की थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, “हम कल उच्चतम न्यायालय गए थे क्योंकि बाॅम्बे उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया फैसला शहीदों के परिवारों के लिए बहुत दर्द भरा था। कल बेंच गठित करने और आज तत्काल सुनवाई करने के लिए मैं शीर्ष अदालत का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।” श्री फडणवीस ने कहा कि सभी सबूत उच्च न्यायालय में जमा किए जाने के बावजूद भी आरोपी को मामलों को अनुमति देने के केवल तकनीकी कारण का हवाला देते हुए बरी कर दिया गया। इसके लिए कानूनी लड़ाई जारी रहेगी और हम सभी मामलों को उच्चतम न्यायालय के समक्ष उठाएंगे।
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