राज एक्सप्रेस। चाइना के वुहान से शुरू हुए इस कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। यहां तक कि, भारत में भी अब तक कोरोनावायरस के 4000 के आसपास मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, भारत में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। कई मामले तो ऐसे भी सामने आए हैं, जिनमें मरीजों के संपर्क में रहने से डॉक्टर स्वयं कोरोना वायरस पॉजिटिव हो गए हैं। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के हॉस्पिटल से सामने आया है।
महाराष्ट्र के हॉस्पिटल का मामला :
दरअसल, महाराष्ट्र के मुंबई सेंट्रल के 'वॉकहार्ट हॉस्पिटल' से एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में कोरोना के मरीजों के संपर्क में रहने से 26 नर्सों और 3 डॉक्टर स्वयं कोरोनावायरस की चपेट में आ गए। खबरों के अनुसार, चेकअप में इनके रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हॉस्पिटल को 'कोरोनावायरस संक्रमित क्षेत्र' घोषित कर दिया गया है। खबरों के अनुसार यह नर्स और डॉक्टर 1 हफ्ते के अंदर ही कोरोना से संक्रमित हो गए। एतियात बरतने के लिए इस अस्पताल में एंट्री और एग्जिट बंद कर दिया गया है। इसके अलावा एग्जिट और एंट्री तब तक बंद रहेगी, जब तक इन सभी लोगों की कोरोना के टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव ना जाए।
एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर का कहना :
एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश ककनी का कहना है कि, "यह खबर बहुत ही दुःखद है, इतने मामले मेडिकल सेवा में लगे लोगों में मिले हैं उन्हें सेवा देते समय सावधानी बरतनी चाहिए थी।" इसके अलावा उन्होंने कहा, "एग्जीक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर की अगुवाई में एक टीम बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी कि नर्सेज टावर डॉक्टर को पूर्ण आवास का संक्रमण आखिर हुआ कैसे?"
अस्पताल के पास नहीं है कोई जवाब :
एक तरफ इतने लोगों के एक साथ कोरोना पॉजिटिव होने से प्रश्न उठ रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ हॉस्पिटल के पास इतने लोगों के एक साथ कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर कोई जवाब नहीं है। यह एक बड़ी तादाद है, जिसमें मेडिकल के स्टाफ संक्रमित हुए हैं। प्रश्न यह उठ रहा है कि, आखिर मेडिकल स्टाफ कैसे संक्रमित हुआ ? फिलहाल हॉस्पिटल प्रशासन का कहना इतना ही है कि, "हमारी OPD और इमरजेंसी सेवाएं अभी के लिए बंद कर दी गई है और आगे अभी कोई नई भर्तियां नहीं की जाएंगी। हालांकि, हॉस्पिटल सील होने के बाबजूद भी कैटरीन की सुविधा चालू रहेगी और रोजाना स्टाफ और मरीजों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा इसके अलावा कैटरीन पर नजर रखने के लिए दो कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। जो, कैटरीन की निगरानी करेंगे।
कर्मचारियों के आरोप :
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, कुछ कर्मचारियों द्वारा आरोप लगाया गया है कि, यह संक्रमण इतनी तेजी से इसलिए फैला है क्योंकि मैनेजमेंट द्वारा नर्सों के सहयोगी और रूममेट्स को अलग अलग कमरा नहीं दिया गया था। वह सब एक साथ ही रह रहे थे।
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