भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल मंगलवार को केंद्रीय स्तर से की गई उर्वरक की उपलब्धता संबंधी समीक्षा में वर्चुअली शामिल हुए। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने देश के विभिन्न राज्यों में उर्वरकों की आपूर्ति की समीक्षा की। कृषि मंत्री पटेल ने केंद्रीय स्तर से की गई समीक्षा बैठक में सुझाव दिया कि प्रचलित उर्वरकों के साथ ही अन्य विकल्पों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इसमें जैविक उर्वरक और नैनो यूरिया के उपयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए। उर्वरक के अन्य विकल्पों से एक ओर जहां किसानों को सहूलियत होगी, वहीं दूसरी ओर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और किसानों के उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
हरदा को शत-प्रतिशत सिंचित जिला बनाने की कार्य-योजना प्रस्तुत करें :
कृषि मंत्री श्री पटेल ने हरदा सर्किट हाउस में जल-संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जिले को शत-प्रतिशत सिंचित बनाने के लिये कार्य-योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक में जल-संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि जिले के 63 ग्रामों की 17 हजार से अधिक हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने की कार्य-योजना तैयार की जा रही है। इंदिरा सागर परियोजना के डूब क्षेत्र से जल की उपलब्धता अनुसार पानी का उद्वहन कर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने पर विचार किया जा रहा है। मंत्री श्री पटेल ने संपूर्ण कार्य-योजना तैयार करने के निर्देश दिएहैं, जिससे अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके।
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