राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में विश्व विख्यात पर्यटन स्थल बांधवगढ़ में फिर पार्क प्रबंधन एवं जिप्सी संचालक की बड़ी दुर्घटना सामने आई है जो पार्क प्रबंधन की लापरवाही के कारण हुई है। जिसे लेकर भारत सरकार एवं राज्य सरकार ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पार्क प्रबंधन को कई-कई बार घटना के संबंध में सुरक्षा की दृष्टि से कानून बनाकर लागू करने के निर्देश दिए हैं लेकिन इनका अनुपालन ना होने के चलते दुर्घटना हुई।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के मुताबिक, आज शनिवार सुबह लगभग 7:00 बजे खितौली जोन में सेंटर पॉइंट के पास बिरहा तालाब के किनारे बाघ की गतिविधियां पाई जाने की सूचना मिली जिस पर कई गाड़ियां खड़ी बाघ को देख रही थी। जिस प्रक्रिया में हमेशा की तरह मोबाइल अथवा कोई गोपनीय कॉल कर सभी ड्राइवरों को एवं गाइडों को एक जगह बुलाया जाता है, गाड़ियां लगभग 80 की स्पीड से 100 की स्पीड में आती हैं इसी तरह आज शनिवार वाहन क्रमांक एमपी 54 T 0 725 जिसमें वाहनचालक पंकज और साथ में गाइड कमलेश्वर सवार थे उपरोक्त वाहन कुछ दूर पर खड़ी थी और जब उसे कॉल आया और सूचना मिली कि बाघ दिख रहा है, वाहन चालक एवं गाइड के द्वारा काफी स्पीड में गाड़ी को टर्न कर दिया गया जिसमें गाड़ी पलट गई जिसके कारण गाड़ी के पलटने से पास खड़े पर्यटक घायल हो गए जिन्हें आनन-फानन में पार्क अमला के द्वारा उमरिया जिला अस्पताल पहुंचाया गया जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या है पार्क के नियम कैसे संचालित होनी चाहिए गाड़ियां
भारत सरकार राष्ट्रीय विद्यालय प्राधिकरण विभाग के द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय में गाइडलाइन प्रस्तुत की गई थी कि पार्क में पर्यटक भ्रमण के दौरान पर्यटक के वाहनों का संचालन कैसे किया जाएगा, पार्क के अंदर वाहनों की स्पीड नियम अधिनियम के अंतर्गत बगीरा एप जीपीएस ट्रैकर सभी वाहन में रखे जाएंगे जिससे स्पीड का नियंत्रण रहेगा जो वर्तमान में कान्हा पेंच पन्ना में लागू है एवं वाहन वाहन की दूरी लगभग 50 मीटर होगी एवं किसी भी वन्य प्राणी के से वाहन की दूरी 20 मीटर होगी किसी भी वन्य प्राणी के पास 10-15 मिनट से अधिक खड़े नहीं हो सकते।
कई घटनाएं पहले भी हुई हैं
बांधवगढ़ में सीधा-सीधा बाघों को वाहनों के द्वारा घेर कर दिखाया जाता है जिसकी शिकायत कई-कई बार उच्च स्तर के अधिकारियों को कई लोगों के द्वारा की गई है इस मामले में प्रबंधन के ऊपर राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण विभाग के द्वारा नोटिस भी जारी किया जा चुका है किंतु बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन अपनी ऐसी करतूतों से बाज नहीं आ रहा इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन को ऐसे ही किसी हादसे का इंतजार था बांधवगढ़ में यह कोई ऐसी पहली घटना नहीं है बाँधवगढ़ में ऐसी कई घटनाएं पहले भी हुई हैं।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।