राज एक्सप्रेस। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के बाघों से सतपुड़ा, नौरादेही और वन विहार गुलजार होंगे। बांधवगढ़ के 5 बाघों को इसी वर्ष इन तीन स्थानों पर शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए स्वीकृति मांगी गई है। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के एसडीओ अनिल शुक्ला ने बताया कि, अलग-अलग हिस्सों से लाए गए बाघों को बाहेरहा के इंक्लोजर में रखा गया है, नेशनल टाईगर कंजरवेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) की अनुमति के बाद इन्हें शिफ्ट किया जायेगा।
क्षेत्र सिकुड़ा या संख्या बढ़ी :
बाघों का गढ़ बांधवगढ़ 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। विभागीय जानकारी के अनुसार जुलाई में आए बाघों की गणना की रिपोर्ट के अनुसार बांधवगढ़ में बाघों की संख्या 110 के आस-पास है, यहां ज्यादा बाघ होने के कारण उनमें क्षेत्र के लिए संघर्ष बढ़ता जा रहा है और हमेशा खतरे में रहते हैं, इसलिए यहां से बाघों की शिफ्टिंग आवश्यक है। पर्यावरणविदों की माने तो इन दिनों बांधवगढ़ के जानवरों के लिए दो लोगों द्वारा खतरा बढ़ा दिया गया है, पहले जिस हिसाब से बांधवगढ़ के जंगलों में अवैध रूप से कब्जा कर रिसोर्ट बनाने का खेल चल रहा है, यह किसी से छुपा नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर बांधवगढ़ से लगे क्षेत्रों रेत माफियाओं के द्वारा ताण्डव किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र तो वन्य जीवों के लिए सिकुड़ता जा रहा है।
हिंसक बाघ इंक्लोजर में :
श्री शुक्ला ने ने बताया कि, 5 बड़े बाघों को उनके स्वभाव के कारण इंक्लोजर में रखा गया है, इनका स्वभाव ज्यादा हिंसक है, इनके स्वभाव में परिवर्तन होने की प्रतिक्षा की जा रही है और अब यह पूरी तरह से बदल चुके हैं, इसलिए इन्हें सतपुड़ा और नोरादेही के खुले जंगलों में छोडऩे का निर्णय लिया गया है, जबकि 4 शावक कम उम्र में अनाथ होने से इंक्लोजर में रखे गये।
अनुमति मांगी गई है, 5 बाघों को शिफ्ट किया जाना है, विभागीय कार्यवाही पूर्ण होने के बाद शिफ्टिंग की जायेगी।विसेंट रहीम फील्ड डायरेक्टर, बांधवगढ़
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