उमा भारती चिंतामन गणेश मंदिर में दर्शन करते हुए RE-Bhopal
मध्य प्रदेश

सनातन धर्म साधु-संतों का विषय, राजनीतिक मंच से न की जाए इस पर चर्चा- उमा भारती

gurjeet kaur

भोपाल, मध्यप्रदेश। मैं नेताओं से आग्रह करूंगी कि, सनातन धर्म की चर्चा राजनीतिक मंच से न की जाए। सनातन धर्म साधु-संतों का विषय है। यह राजनेताओं का विषय नहीं है। यह बात मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में दी। उदयनिधि स्टालिन ने पिछले दिनों सनातन धर्म को लेकर टिप्पणी की थी जिस पर लगभग सभी नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जब मीडिया कर्मियों ने उमा भारती से इस विषय पर प्रश्न पूछा तो उन्होंने इसे साधू संतों का विषय बताया। उमा भारती मंगलवार को चिंतामन गणेश मंदिर में दर्शन करने पहुंची थी उसी दौरान मीडिया ने उनसे कुछ प्रश्न किये।

मीडिया द्वारा जब उमा भारती से उदयनिधि स्टालिन पर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं नेताओं से आग्रह करती हूँ कि, राजनीतिक मंच से सनातन धर्म पर चर्चा न करें। यह साधु-संतों और धार्मिक विद्वानों का विषय है। यह राजनेताओं का विषय नहीं है। साधु-संत ही इसे आपस में तय करें की क्या करना है? डीएमके के नेता महिलाओं की चोटी काटते रहें, गले में जूतों की मला पहनाते रहें हैं, ऐसी सब बातें सार्वजनिक मंच से करना उचित नहीं। सभी पार्टियों से निवेदन है कि, वे रोटी-कपड़ा और मकान की बात करें।

संसद में महिला आरक्षण बिल प्रस्तुत होने पर बोलीं उमा भारती-

संसद में मंगलवार को महिला आरक्षण से सम्बंधित बिल प्रस्तुत किया गया। इससे पहले उमा भारती ने कहा, आज महिला आरक्षण बिल संसद में प्रस्तुत होने वाला है, मुझे गर्व है एवं स्वागत है। 1996 में जब तत्कालीन पीएम देवगोड़ा ने इसे प्रस्तुत किया तब मैने इस बिल का स्वागत करते हुए, खड़े होकर सदन के सामने इस बिल में एक संशोधन प्रस्तुत किया। देवगोडा ने संशोधन पर अपनी सहमति जताते हुए उसे स्टैंडिंग कमेटी को सौंप दिया जिससे यह बिल विचाराधीन हो गया। मैं बेहद खुश हूं लेकिन इस बिल की सार्थकता एवं व्यापकता उस संशोधन के साथ ही होगी जो मैंने प्रस्तुत किया था।

उमा भारती ने पीएम को लिखा पत्र:

महिला आरक्षण बिल पर बात करते हुए उमा भारती ने बताया कि, उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि, मैंने आज एक पत्र के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संशोधन का स्मरण कराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा पत्र मिल जाने की सूचना भी पीएमओ से मुझे प्राप्त हो गई है।

मैं नहीं शिवराज की प्रवक्ता:

पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा सीएम शिवराज सिंह चौहान को झूठ बोलने की मशीन बताया गया था जब इस बारे में मीडिया द्वारा उमा भारती से प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, मैं शिवराज की प्रवक्ता नहीं हूं। शिवराज जी ही इसका जवाब देंगे।

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