हाइलाइट्स :
सांस्कृतिक विरासत की धरती उज्जैन में 2 दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 'विक्रमोत्सव 2024' का दीप प्रज्ज्वलन कर किया शुभारंभ
उज्जैन, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज सांस्कृतिक विरासत की धरती उज्जैन में विक्रमोत्सव, क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन, उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेला एवं लाड़ली बहनों को राशि अंतरण कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन एवं कन्या पूजन कर शुभारंभ किया, कार्यक्रम में प्रदेश के मंत्रीगण, सांसद, गणमान्य जनप्रतिनिधियों एवं बड़ी संख्या में बहनों समेत नागरिकों की भी उपस्थिति है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा 'मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना' अंतर्गत प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को 1576 करोड़ की राशि एवं 'लाड़ली लक्ष्मी योजना' अंतर्गत 2.45 लाख से अधिक बेटियों को 85 करोड़ की राशि का अंतरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 'विक्रम पंचांग 2081' का लोकार्पण करने के साथ ही 'आर्ष भारत' पुस्तक का विमोचन और वीर भारत: संकल्प न्यास की भी विशेष सौगात दी।
PM के नेतृत्व में सभी पुरानी नगरों का गौरव वापस लौट कर आ रहा: CM
विक्रम उत्सव पर मध्य प्रदेश CM मोहन यादव ने कहा, मुझे खुशी है कि पिछले 18 वर्षों से जारी विक्रम उत्सव की उन्नति होती जा रही है, इस बार इसमें कई आयाम नए जुड़े हैं...उज्जैन में एक नया वातावरण बना है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सभी पुरानी नगरों का गौरव वापस लौट कर आ रहा है।
आज का कार्यक्रम आयोजनों का बहुत ही सुंदर गुलदस्ता है
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव बोले- आज का कार्यक्रम आयोजनों का बहुत ही सुंदर गुलदस्ता है। यह आयोजन सम्राट विक्रमादित्य के नाम से हो रहा है। जीते जी जो देवत्व को धारण कर ले, ऐसे सम्राट विक्रमादित्य सुशासन तंत्र के प्रथम पुरुष के रूप में भी जाने जाते हैं, हमारे गौरवशाली अतीत का यदि कोई महानायक है तो वो सम्राट विक्रमादित्य हैं। सम्राट विक्रमादित्य पराक्रम की पराकाष्ठा थे। काल के प्रवाह में ऐसे जन-नायक को विस्मृत कर दिया गया था, लेकिन आज हम विक्रमोत्सव के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य को याद कर रहे हैं।
सम्राट विक्रमादित्य के नाम के साथ हम अपने गौरवशाली अतीत पर गर्व कर के इस कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे है।CM
CM बोले- उज्जैन की पूरी दुनिया में कोई होड़ नहीं हो सकती
मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले-अयोध्या, मथुरा, माया, काशी, कांची, अवन्तिकापुरी, द्वारवती ज्ञेया: सप्तैता मोक्ष दायिका। उज्जैन, दुनिया के सात सबसे पवित्र नगरों में से एक है, महाकाल की नगरी उज्जैन की पूरी दुनिया में कोई होड़ नहीं हो सकती है। "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश को देश का नंबर-1 राज्य बनाने के लिए उज्जैन में आज से विशेष आयोजनों की शुरुआत हो रही है"
उज्जयिनी विक्रम व्यापार मेले के माध्यम से अब एक नई दिशा खुलेगीCM
विक्रमोत्स के शुभारंभ कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा-
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्चुअली जुड़े हैं। विक्रमोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा कि, उज्जैन को धार्मिक और अध्यात्म का केंद्र नहीं हमें उज्जैन को व्यापार और व्यवसाय का केंद्र भी बनाना है। सीएम ने कहा- केंद्रीय मंत्री सिंधिया का धन्यवाद जो आज इस कार्यक्रम में जुड़े। ग्वालियर के मेले के बाद आज उज्जैन के मेले में ऑटोमोबाइल सेक्टर में छूट मिलने जा रही है
'रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024' में भारत के साथ ही दुनिया के विभिन्न देशों से निवेशकों का आगमन
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