ये तो चमत्कार हो गया... गंभीर का गेट खुला Raj Express
मध्य प्रदेश

Ujjain : ये तो चमत्कार हो गया... गंभीर का गेट खुला

उज्जैन, मध्यप्रदेश : यह तो चमत्कार ही हो गया... सुबह शहर के लोग सहसा ये बात बोल उठे, क्योंकि गंभीर डैम न केवल फुल हो गया बल्कि उसका एक गेट दोपहर तक डेढ़ मीटर खोलना पड़ा।

राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • अब 27 से रोज मिलेगा पीने का पानी।

  • रात में डैम के आसपास हुई जोरदार बारिश, पानी का संकट टला।

  • रामघाट पर दोपहर में शिप्रा का पानी एकाएक बढ़ा।

  • पण्डे पुजारियों ने ताबड़तोड़ हटाए पूजा पाठ के सामान।

उज्जैन, मध्यप्रदेश। यह तो चमत्कार ही हो गया... शुक्रवार सुबह शहर के लोग सहसा ये बात बोल उठे, क्योंकि गंभीर डैम न केवल फुल हो गया बल्कि उसका एक गेट दोपहर तक डेढ़ मीटर खोलना पड़ा। यह दूसरा मौका है जब सितम्बर माह में डैम छलक उठा। इससे पेयजल का संकट अभी दूर हो गया है। इस बार लग रहा था डैम खाली रह जाएगा लेकिन पूरा भर जाने पर इसे चमत्कार के रूप में देखा जा रहा है। इधर रामघाट पर दोपहर को शिप्रा नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया और घाट पर पानी आने लगा। इसे देख पण्डे पुजारियों ने ताबड़तोड़ अपने सामान हटाए। 27 सितम्बर से शहर में रोज जलप्रदाय किया जायेगा। यह घोषणा उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन ने की है।

इस मौसम में गंभीर डैम को कई उतार-चढ़ाव देखना पड़े। एक समय था जब डैम में 262 एमसीएफटी पानी ही शेष रह गया था। 12 सितम्बर को प्रशासन के होश उस समय उड़ गए थे जब डैम में सिर्फ 410 एमसीएफटी ही पानी बचा था। 15 सितम्बर से हालात बदले और देखते-देखते शुक्रवार को डैम पूरा भर गया। डैम में केवल 426 एमसीएफटी पानी होने से नर्मदा जल के उपयोग के लिए एनवीडीए को प्रस्ताव भेजने की तैयारी हो गई थी।

इंदौर और बांध के कैचमेंट एरिया में गुरुवार को जबरजस्त बारिश हुई। इसके चलते इंदौर के यशवंतसागर के गेट फिर से खोलने पड़े। देपालपुर-गौतमपुरा से भी तेजी से पानी की आवक हुई।

अब रोज जलप्रदाय की उम्मीद :

फिलहाल जलसंकट को देखते हुए शहर में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जा रही है। चूंकि बांध में पानी कम था, इसलिए शिप्रा से सप्लाई की जा रही थी। अब जबकि गंभीर बांध लबालब हो गया है। एक बार फिर रोजाना सप्लाई शुरू की जा सकती है। हालांकि अधिकतर लोग अभी भी एक दिन छोड़कर ही पानी की सप्लाई चाहते हैं। तीन साल की सप्लाई लायक बांध बना था, अब एक साल में ही खत्म हो जाता है पानी गंभीर बांध को बनाते समय दावा किया गया था कि इसमें इतना पानी संग्रहित रहेगा कि शहर को तीन साल तक पानी की सप्लाई की जा सकेगी लेकिन आबादी बढ़ने से ऐसे हालात हो गए हैं कि अब जुलाई-अगस्त में ही पानी खत्म हो जाता है।

इस बार बड़े पुल तक नहीं पहुंची शिप्रा :

इस बारिश के मौसम में शिप्रा नदी का जलस्तर बड़े पुल तक नहीं पहुंच सका। छोटे पुल पर ही पानी आया, वह भी करीब 4 फीट तक।

ऐसे हो गया करिश्मा :

  • दिनांक 14 सितम्बर को डैम का लेवल 413.684

  • दिनांक 15 सितम्बर को डैम का लेवल 426.118

  • दिनांक 16 सितम्बर को डैम का लेवल 489.280

  • दिनांक 17 सितम्बर को डैम का लेवल 1102.478

  • दिनांक 18 सितम्बर को डैम का लेवल 1207.485

  • दिनांक 19 सितम्बर को डैम का लेवल 1406.000

  • दिनांक 20 सितम्बर को डैम का लेवल 1600.000

  • दिनांक 21 सितम्बर को डैम का लेवल 1719.940

  • दिनांक 22 सितम्बर को डैम का लेवल 1779.980

  • दिनांक 23 सितम्बर को डैम का लेवल 1900.000

  • दिनांक 24 सितम्बर को डैम का लेवल 2250.000

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