राज एक्सप्रेस। दुनियाभर और देश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने के साथ प्रदेश में सरकार ने अलर्ट जारी करते हुए स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टियां आगामी आदेश तक के लिए घोषित की थी, इसके बाद अब धार्मिक स्थलों पर भी इसका असर नजर आ रहा है। जिसके चलते प्रदेश के उज्जैन शहर में स्थित प्रसिद्ध महाकाल मंदिर प्रबंधन ने बड़ा फैसला लिया है, जिसमें प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्मआरती में 31 मार्च तक प्रवेश बंद कर दिया गया है। जहां आम श्रद्धालुओं के साथ वीआईपी श्रद्धालुओं को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं आरती में केवल पुजारीगण ही उपस्थित रहेंगे।
साफ-सफाई व्यवस्था की दुरुस्त
इस संबंध में महाकाल मंदिर प्रबंधन ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 31 मार्च तक प्रवेश बंद कर दिया है तो वहीं मंदिर में साफ-सफाई व्यवस्था और दुरुस्त कर दी है। साथ ही मंदिर परिसर की दिन में दो बार धुलाई की जा रही है। मंदिर के बेरिकेट्स, रैलिंग की भी बार-बार सफाई कर रहे हैं। इसके अलावा उज्जैन स्थित मंगलनाथ, हरसिद्धि, कालभैरव और सांदीपनि आश्रम में भी श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है।
देश के प्रसिद्ध मंदिरों में दिखा कोरोना का असर
बता दें कि, कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाला करतारपुर कॉरिडोर सोमवार से बंद हो गया। साथ ही जम्मू क्षेत्र में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं समेत विदेशी नागरिकों और विदेश से लौटे भारतीयों को 28 दिन के आइसोलेशन से पहले मंदिर ना आने के निर्देश दिए हैं। महाराष्ट्र में शिर्डी के साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने भी भक्तों को मंदिर आने से मना किया है। बड़े मंदिरों में होने वाले आयोजन आगामी आदेश तक स्थगित कर दिए गए हैं।
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