हाइलाइट्स :
मध्यप्रदेश को स्वच्छ राज्यों की श्रेणी में दूसरा पुरस्कार।
एमपी के मऊ कैंटोनमेंट बोर्ड सबसे स्वच्छता कैंटोनमेंट।
पाटन को एक लाख से कम आबादी श्रेणी में द्वितीय स्थान।
नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आए शहरों के नाम की घोषणा हो गई है। राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने स्वयं इन पुरस्कारों की घोषणा की। इस सर्वेक्षण की थीम 'वेस्ट टू वेल्थ' थी। सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के इंदौर को लगातार सातवीं और गुजरात के सूरत को पहली बार प्रथम पुरस्कार दिया गया है। बता दें की इंदौर और सूरत को एक साथ प्रथम पुरस्कार मिला है। इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश का दूसरा स्थान आया है। पहला पुरस्कार महाराष्ट्र को मिला है। वहीं छत्तीसगढ़ के पाटन को एक लाख से कम आबादी वाले शहर की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है।
मध्यप्रदेश की और से यह पुरस्कार सीएम डॉ. मोहन यादव ने ग्रहण किया। उनके साथ इस मौके पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर मौजूद थे। इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी में 7 स्टार मिला है। वहीं महू को सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट में प्रथम पुरस्कार मिला है।
भोपाल पांचवा सबसे स्वच्छता शहर का अवार्ड :
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 पुरस्कार वितरण समारोह में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को पांचवा स्थान मिला है। पिछली बार भोपाल को छठवां पुरस्कार मिला था।
भारत का सबसे स्वच्छ राज्य -
महाराष्ट्र- प्रथम
मध्यप्रदेश - द्वितीय
छत्तीसगढ़ - तृतीय
सबसे स्वच्छ शहर -
इंदौर - प्रथम
सूरत- द्वितीय
नवी मुंबई - तृतीय
सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट
मऊ कैंटोनमेंट बोर्ड - प्रथम
सफाई मित्र बेस्ट सिटी
चंडीगढ़
सबसे स्वच्छ गंगा टॉउन
वाराणसी
प्रयागराज
1 लाख से कम आबादी वाले शहर में -
गार्बेज फ्री सिटी :
महाराष्ट्र के सासवड को प्रथम पुरस्कार
छत्तीसगढ़ के पाटन को द्वितीय स्थान
महाराष्ट्र का लोनावला तीसरा स्थान
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