शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को नमन Social Media
मध्य प्रदेश

वीडी शर्मा ने शहीद हेमू कालाणी के जयंती और अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीद दिवस पर किया नमन

MP: प्रदेश कार्यालय में शहीद दिवस के अवसर पर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांसुमन अर्पित किये। उन्होंने शहीद हेमू कालाणी के जयंती पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

Priyanka Yadav

भोपाल, मध्यप्रदेश। आज शहीद हेमू कालाणी का जयंती और अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का शहीद दिवस है। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश कार्यालय में शहीद दिवस के अवसर पर महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांसुमन अर्पित किये। उन्होंने शहीद हेमू कालाणी के जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।

विष्णुदत्त शर्मा ने कहा-

यहां प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि देश की अखंडता के लिए क्रांतिकारी हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चुम कर झूल गए। देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीद देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इस दौरान महापौर मालती राय, पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री रणवीर सिंह रावत, प्रदेश मंत्री राहूल कोठारी, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ. राघवेंद्र शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर, प्रदेश प्रवक्ता नरेन्द्र सलुजा सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने शहीदों के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

वीडी शर्मा ने किया ट्वीट :

वीडी शर्मा ने ट्वीट कर लिखा है कि, आज प्रदेश कार्यालय में महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू एवं हेमू कालाणी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन् किया। माँ भारती की स्वतंत्रता हेतु अपने सर्वस्व समर्पण के लिए यह कृतज्ञ राष्ट्र इन वीर बलिदानियों का सदैव ऋणी रहेगा।

धरा को धन्य करने वाले सपूतों पर देश की भावी पीढ़ियां सदैव गर्व करेंगी:

बता दें, भगत सिंह भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रान्तिकारी थे। वही फलस्वरूप अंग्रेज सरकार ने इन्हें 23 मार्च 1931 को इनके दो अन्य साथियों, राजगुरु तथा सुखदेव के साथ फाँसी पर लटका दिया था। वही शिवराम हरि राजगुरु भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे। इन्हें भगत सिंह और सुखदेव के साथ २३ मार्च 1931 को फाँसी पर लटका दिया गया था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में राजगुरु की शहादत एक महत्वपूर्ण घटना थी। इधर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT