भोपाल, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विश्व धरोहर स्थल एवं ऐतिहासिक पर्यटन नगरी खजुराहो में कल केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना तथा मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा नवनिर्मित छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण एवं एमआईसीई रोड-शो 'मीट इन इंडिया' का शुभारंभ करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार कार्यक्रम केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल, प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति एवं आध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर, खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, केन्द्रीय पर्यटन सचिव अरविन्द सिंह, मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला और स्थानीय जन-प्रतिनिधि की उपस्थिति में होगा।
राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक एस विश्वनाथन ने बताया है कि छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है। इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। लोकार्पण कार्यक्रम में इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो (आईसीपीबी) तथा देश के अन्य शहरों से ट्रेवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स, सहित इंवेट मैनेजमेंट एजेंसीज, कार्पोरेट क्लाइंट्स, स्टेकहोल्डर्स और अन्य अतिथि सीमित संख्या में शामिल होंगे। यह सेंटर भविष्य में मध्यप्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर्स मीट एवं शासकीय, निजी तथा कॉर्पोरेट कॉन्फ्रेन्सेस के लिए उपयोगी होगा।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कॉर्पोरेट मीट, कॉन्फ्रेन्सेस यहाँ हो सकेंगी, जिससे न केवल खजुराहो बल्कि पन्ना, ओरछा, बांधवगढ़ आदि पर्यटन स्थलों पर व्यावसायिक वृद्धि के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। श्री विश्वनाथन ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। इनमें प्रख्यात मैहर बैण्ड तथा प्रदेश के लोक नृत्य दलों की प्रस्तुतियाँ प्रमुख होंगी।
इस तीन दिवसीय आयोजन का प्रथम सत्र 25 मार्च को रिस्पांसिबल टूरिज्म सोसायटी ऑफ इंडिया के सहयोग से 'रिस्पांसिबल टूरिज्म' पर आधारित होगा। इस सत्र में खजुराहो कैसे आइकॉनिक डेस्टिनेशन के रूप में रिस्पांसिबल टूरिज्म का उदाहरण बन सकता है, पर पर्यटन विशेषज्ञ अपना वक्तव्य देंगे। दूसरे दिन 26 मार्च को इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो के वाइस चेयरमेन अमरेश तिवारी 'रोड मैप फॉर माइस (एमआईसीई) इंडस्ट्री' पर अपना वक्तव्य देंगे। साथ ही केन्द्रीय पर्यटन सचिव अरविन्द सिंह 'माइस टूरिज्म के राष्ट्रीय महत्व' पर उद्बोधन देंगे। म.प्र. पर्यटन के पूर्व प्रबंध संचालक अश्विनी लोहानी सत्र को वर्चुअली संबोधित करेंगे।
प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति शिवशेखर शुक्ला भी 'मध्यप्रदेश माइस विजन' विषय पर उद्बोधन देंगे। प्रथम सत्र का विषय 'मीट इन इंडिया' माइस डेस्टिनेशन के रूप में भारत होगा। इस सत्र में भारत को माइस डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक रणनीति और कार्य जैसे होटलों का विस्तार, कनेक्टिविटी, सर्विस प्रोवाइडर और कुशल मानव संसाधनों की उपलब्धता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा।
इस सत्र को पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञ तथा आईसीपीबी के सदस्य भी संबोधित करेंगे। द्वितीय सत्र का विषय- 'आइकॉनिक खजुराहो की संस्कृति, प्रकृति एवं धरोहर' होगा। केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने पूरे भारत में 19 आइकॉनिक पर्यटन स्थल चिन्हित किए हैं। इनमें खजुराहो भी शामिल है। इन स्थलों को विश्व स्तर देने के लिए मंत्रालय खाका तैयार कर रहा है। सत्र में आइकॉनिक खजुराहो के मास्टर प्लान पर विचार-विमर्श होगा। खजुराहो को सस्टेनेबल और रिस्पांसिबल टूरिज्म गंतव्य के रूप में स्थापित करने की रणनीतियों पर भी चर्चा होगी।
तीसरे और तकनीकी सत्र में खजुराहो के प्रस्तावित मास्टर प्लान पर विस्तार से चर्चा होगी। डेस्टिनेशन, मार्केटिंग, प्रचार-प्रसार, कौशल विकास, धरोहर एवं गंतव्य प्रबंधन जैसे विषयों पर उद्योग के विशेषज्ञ, योजनाकार आदि सहभागिता करेंगे।
तीसरे दिन 27 मार्च को हेरिटेज वॉक और वृक्षारोपण होगा। इसके बाद अतिथियों एवं वक्ताओं के पन्ना, चंदेरी तथा ओरछा भ्रमण के साथ आयोजन का समापन होगा।
छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में एक 1200 व्यक्तियों की क्षमता का बड़ा हॉल निर्मित किया गया है। इसे आवश्यकतानुसार स्लाइडिंग फोल्डिंग पार्टिशन के माध्यम से 5 छोटे हॉल में परिवर्तित किया जा सकेगा। साथ ही सेंटर के ग्राउंड फ्लोर पर 3 मीटिंग रूम, पेंट्री, किचन, स्टोर, प्री-फंक्शन लॉबी, ऑर्गनाइजर रूम, पार्किंग एरिया तथा फर्स्ट फ्लोर पर एडमिन ऑफिस, जेन्टस् व लेडीज आर्टिस्ट रूम, स्टॉफ लॉकर रूम, आडियो विजुअल रूम, मेडिकल फेसिलिटी रूम, एस.टी.पी., इंटरप्रेटेशन सेंटर सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुसार एच.वी.ए.सी., ऑडियो, वीडियो सिस्टम, बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम, फायर फाइटिंग इक्विपमेंट, प्रोजेक्टर, वीडियो वॉल, सी.सी.टी.वी. सर्विलांस, स्थापित करते हुए अन्य जन-सुविधाएँ विकसित की गयी हैं।
सेंटर परिसर का क्षेत्रफल 8.38 एकड़ है। इसमें 3.55 एकड़ में पार्किंग एरिया है। निर्माण लागत लगभग 50 करोड़ है। माइस मीटिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस, एग्जीबिशन का संक्षिप्त नाम है, जो व्यावसायिक पर्यटन का मुख्य प्रकार है। यह एक विशेष पर्यटन श्रेणी है, माइस टूरिज्म के अंतर्गत किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान द्वारा अपने व्यवसाय वृद्धि के उद्देश्य से किसी विशेष गंतव्य पर उपरोक्त गतिविधियों में से एक आयोजन बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को एकत्रित कर किया जाता है।
प्रथमत: आयोजन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को व्यावसायिक क्रियाकलापों के साथ गंतव्य (डेस्टिनेशन) और इसके आसपास के पर्यटन स्थलों के भ्रमण का भी अवसर प्राप्त होता है। इसका स्मरण उन्हें चिरकाल तक रहता है, जिसे वे उनके मित्रों से साझा करते हैं। इस प्रकार गंतव्य का प्रचार-प्रसार होता है।
डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।
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