राज एक्सप्रेस। भारत सरकार द्वारा जीएसटी के माध्यम से प्रत्येक प्रदेश में समान दर से समान कर का निर्धारण करने का वादा नागरिकों से किया गया था। लेकिन शासन द्वारा किये गये वादे में फर्क उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश मे लागू कर दरों से स्पष्ट नजर आते देखा जा रहा है। शिवपुरी जिले के कुछ नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे हुये हैं। जिनमें पिछोर, करैरा, दिनारा, बसई, माताटीला आदि शामिल हैं। इन क्षेत्रों में यूपी एमपी के टैक्स में इतनी अधिक विषमता है कि, टैक्स की वजह से डीजल पेट्रोल की दरों में अत्यधिक अंतर देखा जाता है। मजबूरन पैसा बचाते हुये एमपी का आदमी यूपी की ओर भागता है और वहां से डीजल पेट्रोल क्रय कर अंतर का लाभ उठा लेता है जबकि एमपी में कर दर अधिक होने की वजह से एमपी का व्यापारी व व्यवसायी वर्ग इस विषमता के शोषण का शिकार होता है।
यूपी एमपी बार्डर के नजदीक एमपी में लगे कुछ डीजल पम्पों के संचालकों ने आपबीती सुनाते हुये बताया कि, वे इस संबंध में कई बार शिकायत समाचार पत्रों के माध्यम से व ज्ञापनों के माध्यम से सरकारों को देते आये हैं, लेकिन अब तक इस विषय में कोई सुनवाई नहीं की गई है। इसका खामियाजा हम डीजल पेट्रोल पंप संचालकों को भुगतना पड़ रहा है। हमारे एमपी से अधिकांश उपभोक्ता यूपी में लागू टैक्स दरों के कम होने की वजह से डीजल पेट्रोल की दरों में भारी कमी का फायदा लेते हुये यूपी से क्रय करते हैं और हमारी सेल प्रभावित होती है। डीजल पेट्रोल संचालकों ने बार-बार यूपी और एमपी सरकारों से निवेदन करते हुये कहा है कि वे देश में समान दर-समान कर का सिद्धांत लागू करते हुये अपनी बात पर खरी उतरें।
हमें जहां दो पैसे का लाभ मिलेगा हम वहां से सामान खरीदेंगे इस संबंध में वाहनों के चालक गोपाल कुशवाह, धनीराम लोधी, रामेश्वर झा, अनवर अली, रफीक आदि से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें तो जहां से सौदा सस्ता मिलेगा वो वहां से सामान खरीदेंगे। इस आधार पर पास ही में लगे यूपी झांसी की सीमा के पास डीजल पेट्रोल पम्प पर सस्ती दर में फ्यूल उपलब्ध हो जाता है इस कारण से हम वहां जब भी चक्कर लगता है अपनी गाड़ी का फुल टैंक करा लाते हैं वहीं एक दो बड़ी कटिटयों में डीजल ले आते हैं जो चलता रहता है। यदि यही डीजल मध्यप्रदेश में भी उसी भाव मिलने लगे तो भला हम क्यों यूपी की ओर जायेंगे। फिर तो हम एमपी से ही पूरा डीजल व पट्रोल खरीदेंगे।
एमपी -यूपी कर दर में अंतर को लेकर एमपी के डीजल पेट्रोल पंम्प संचालकों में निराशा देखने को मिल रही है। इसी मायूसी के साथ जबाव देते हुये डीजल पेट्रोल पम्प संचालक हिमांशु जैन, मुकेश चैधरी, नितिन चैधरी, विनोद शर्मा, गोलू पाल आदि ने बताया कि एक तरफ तो सरकार समान कर-समान दर की बात करती है वहीं दूसरी ओर एमपी यूपी में कर में असमानता के चलते डीजल पेट्रोल की दरों में भारी अंतर होने से हमारा व्यापार बुरी तरह से प्रभावित है। हमारी एमपी का अधिकांश ग्राहक यूपी के डीजल पेट्रोल पम्पों से सस्ती दरों पर डीजल पेट्रोल क्रय करके ला रहे हैं। जिससे हमारी सेल प्रभावित है। ग्राहक को तो जहां से फायदा मिलेगा वहां से सामान खरीदेगा। यदि यही कर दर दोनों प्रदेशों यूपी एमपी में समान हो जावे तो फिर ना ग्राहक को यूपी तक जाने की तकलीफ उठानी पड़ेगी और ना ही पम्प संचालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
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