शोभा की वस्तु बनकर रह गई जल मीनार Raj Express
मध्य प्रदेश

Shahdol : शोभा की वस्तु बनकर रह गई जल मीनार

ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत पोंगरी में पीने के पानी के लिए इंतजार करने के बाद पीने के लिए पानी नहीं मिलता है, नल-जल योजना की पाइप लाइन बिछी होने के बावजूद भी हमें पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है।

राज एक्सप्रेस

गांवों तक पानी पहुंचाने की सरकार की नल जल योजना केवल कागजों में चल रही है। अधिकतर गांव के जनप्रतिनिधियों को या तो योजना की जानकारी नहीं या वे इसमें रुचि नहीं ले रहे। विभाग भी योजना को गांव तक पहुंचाने की दिशा में उदासीन है। योजना का स्वरूप ऐसा है था कि यदि जनप्रतिनिधि एवं विभाग इसे लागू करने की दिशा में ठीक से काम कर लेते तो, गांवों से जलसंकट मिट सकता है।

शहडोल, मध्यप्रदेश। जिले के सोहागपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत पोंगरी में नल-जल योजना 1 साल से बंद पड़ी है, वहां की नल-जल योजना जहां लोगों को पीने के पानी के लिए सुबह से घंटों लाइन में लगना पड़ता हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लोधी मोहल्ला में जो हैंडपंप थे, वह भी बिगड़ चुके हैं, जिसके बाद सभी लोग छोटू लोधी के बोर से पानी भरते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे यहां पानी का बिल जमा न होने के कारण हम लोग नल-जल योजना चालू नहीं करते हैं, लेकिन वहीं ग्रामीण जनों का कहना है कि हम लोग सभी कोई पानी का बिल जमा कर देते हैं, उसके बावजूद भी हमारे यहां के जिम्मेदार नागरिक ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव एवं उप सरपंच द्वारा नल-जल योजना को बंद कर रखा गया है, जबकि हमारे यहां का नल-जल योजना चालू स्थिति में है, उसके बावजूद भी हमारे यहां का नल-जल योजना बंद किया गया है।

मुश्किल से मिलता है पानी :

ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत पोंगरी में पीने के पानी के लिए इंतजार करने के बाद पीने के लिए पानी नहीं मिलता है, जहां नल-जल योजना की घर-घर पाइप लाइन बिछी होने के बावजूद भी हमें पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदार मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं और हम लोग कुछ नहीं बोल पा रहे हैं, जिसके चलते यह लोग नल-जल योजना बंद करके रखे हैं, जहां प्रशासन की ओर से घर-घर लोगों को पानी मिल सके, जिसके लिए नल-जल योजना में प्रशासन की तरफ से करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन वहीं ग्राम पंचायत पोंगरी के जिम्मेदारों द्वारा प्रशासन की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं।

जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान :

ग्रामीण राजेष बैगा ने बताया कि नल-जल योजना 1 साल से बंद पड़ी है, जबकि पानी का बिल भी जमा करते हैं, ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा है। ग्राम पंचायत में टंकी बनी हुई है, लेकिन नल-जल योजना का सफलतापूर्वक संचालन नहीं हो रहा है। पंचायत के विभिन्न वार्डों में बना जल मीनार अब शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। योजना के तहत घरों तक नल प्वाइंट लगाए जा चुके हैं। परंतु, लाभुकों को एक बूंद नल का जल नहीं मिल रहा है। वहीं जनपद में बैठे जिम्मेदारों के उचित कदम न उठाने से जब गर्मी के शुरूआती दिनों में यह हाल है तो, आने वाले दिनों में लोगों को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, यह सहज ही समझा जा सकता है।

बिल नहीं देते ग्रामीण :

पोंगरी पंचायत में नल-जल ऑपरेटर कोई और सरपंच पुत्र नरेष बैगा स्वयं हैं, नरेष बैगा ने बताया कि ग्रामीणों को लगातार पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि ग्रामीणों द्वारा ही नल-जल के लिए निर्धारित की गई शुल्क जमा नहीं की जा रही है, आरोप है कि कुछ ग्रामीणों द्वारा झूठी अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि खुद शुल्क जमा नहीं की जाती, मोटर बिगड़ जाने पर दिक्कत होती है, इसके अलावा लाईट की समस्या रहती है, मामला चाहे जो हो, लेकिन ग्रामीणों को पानी लेने के लिए लाईन लगानी पड़ रही है, ग्रामीणों ने प्रशासन से जहां एक ओर नल-जल योजना को सुचारू रूप से संचालन की मांग की है, वहीं पूरे मामले की जांच की भी मांग की है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT