शहडोल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में वैश्विक महामारी कोरोना का संकट जहां थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी तरफ संकटकाल के बीच कई अप्रत्याशित घटनाएं और मुद्दे सामने आते जा रहे इस बीच ही शहडोल में नवजात बच्चों की मौत का मामला बढ़ गया है जिसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. राजेश पाण्डे और सिविल सर्जन डॉ. व्ही एस बारिया को मौके से ही तत्काल हटाने के निर्देश जारी किए हैं।
मंत्री चौधरी ने पुष्टि करते हुए कही बात
इस संबंध में, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने इस कार्रवाई पर पुष्टि करते हुए कहा कि, स्वास्थ्य विभाग के सचिव को उन्होंने इस निलंबित कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिया है। जिसमें पहले क्लीन चिट दी गई थी, लेकिन मामला बढ़ता देख यह कदम उठाया गया। आगे मंत्री चौधरी ने कहा कि, बच्चों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके उपचार में कोई कमी नहीं रहने दी थी। बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है, मुख्य वजह यही रही कि नवजातों को अस्पताल लाने में उनके अभिभावकों ने देरी कर दी।
एक और मासूम ने तोड़ा दम
आपको बताते चलें कि, बीते दिन मंगलवार को स्वास्थ्य केंद्रों में अफसरों की टीम के पहुंचने के पहले बुढ़ार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार महीने के मासूम बच्चे ने मौके पर दम तोड़ दिया। जिसे लेकर परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, एमडी मैडम छवि भारद्वाज की विजिट का बोलकर हमारे बच्चे को भर्ती नहीं किया। वहीं मामले में डॉक्टरों का कहना है कि, परिजन बच्चे को मृत अवस्था में लेकर आए थे।
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