सवाल के जवाब में बोले सिंधिया, मैं भी तो चुनाव हारा, तो क्या होपलेस हुआ? Social Media
मध्य प्रदेश

सवाल के जवाब में बोले सिंधिया, मैं भी तो चुनाव हारा, तो क्या होपलेस हुआ?

ग्वालियर, मध्य प्रदेश : सांसद सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी में डॉक्टरों से की परिचर्चा। सभी के प्रयासों से ग्वालियर में लाएगे विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवाएं।

Author : राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्य प्रदेश। मैं भी चुनाव हार गया था मैं होपलेस हुआ क्या? हमें अमर पक्षी की तरह राख में से उठकर उड़ना चाहिए। हम सभी का प्रयास अब ग्वालियर में विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की ओर होना चाहिए, क्योंकि समाज में शिक्षक व चिकित्सक का ओहदा बहुत ऊंंचा होता है। शिक्षक ज्ञानदाता और चिकित्सक जानदाता (जान बचाने वाले) होते हैं। चिकित्सक अपनी असली पहचान को याद रखकर आम जनता को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। यह बात राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकारी व निजी चिकित्सकों से परिचर्चा के दौरान कही। इस परिचर्चा में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी उपस्थित थे।

सरकारी व निजी चिकित्सकों के साथ परिचर्चा जीआरएमसी के ऑडिटोरियम में हुई। इस परिचर्चा में सांसद सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में चिकित्सा सेवाओं को विस्तार देने की जरूरत है। यह हम सबके सम्मिलित प्रयासों से संभव होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और जनप्रतिनिधि एक ही सिक्के के दो पहलू की तरह होते हैं। दोनों का लक्ष्य भी समान है और वह है जनसेवा । इस ध्येय का ध्यान रखकर अगर हम काम करेंगे, तभी सही मायने में जनता की तकलीफ दूर कर पाएंगे। परिचर्चा में डॉ.एसआर अग्रवाल ने सांसद सिंधिया से सवाल पूछते हुए कहा कि मैं जीआरएमसी से सेवानिवृत हो गया हूं, इसलिए अब मैं सिर्फ निजी नर्सिंग होमों की बात करूंगा। यह सुन सिंधिया बोले कि आप इतना होपलेस क्यों हो रहे हो, मैं भी चुनाव हार गया था, मैं होपलेस हुआ क्या? आप को अमर पक्षी की तरह राख में से उठकर उड़ना चाहिए।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर की स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आगे आए हैं। हम सभी को इस पुनीत पहल में सहभागी बनना है। ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि चिकित्सकों को दूसरा भगवान कहा जाता है। चिकित्सकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए हम ग्वालियर की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएंंगे।

इस परिचर्चा में जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन की सचिव डॉ. अंकिता त्रिपाठी सहित अन्य चिकित्सकों ने भी सुझाव दिए। परिचर्चा में पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। परिचर्चा में स्वागत उद्बोधन जीआरएमसी डीन डॉ.एसएन अयंगर ने दी। वहीं कार्यक्रम का संचालन प्रवीण अग्रवाल ने किया।

विशेषज्ञों की कमेटी बनाएं :

राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परिचर्चा के दौरान सुझाव दिया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक कमेटी बनाई जाए। इस कमेटी द्वारा दिए गए सुझावों का हम समाधान कराएंगे। उन्होंने गोले के मंदिर के समीप स्थित मार्क अस्पताल की जमीन पर अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं से युक्त अस्पताल की स्थापना की पहल को आगे बढ़ाने की बात भी इस अवसर पर कही।

चिकित्सकों ने यह दिए सुझाव :

  • डॉ. पुरेन्द्र भसीन ने प्रिएन्टिव मेडीसन को बढ़ावा देने एवं हैल्थ इंश्योंरेंस का दायरा बढ़ाने का सुझाव दिया।

  • डॉ.एएस भल्ला, डॉ.एसआर अग्रवाल व डॉ. सुभाष ढोंड़े ने नगर एवं ग्राम निवेश विभाग से संबंधित नर्सिंग होम की समस्याओं पर ध्यान देने कहा।

  • डॉ. राहुल सप्रा ने डॉक्टर प्रोटक्शन एक्ट और नर्सिंग होम को लघु उद्योग का दर्जा दिलाने का सुझाव दिया।

  • डॉ. कुसुमलता सिंघल ने निजी हॉस्पिटल खोलने की अनुमति देने में विशेषज्ञ चिकित्सा का ध्यान रखने का सुझाव दिया।

  • डॉ. सुनील अग्रवाल ने सुझाव दिया कि मेडीकल कॉलेज के अस्पताल में केवल रेफरल मरीज ही आएं।

  • डॉ. शैलेन्द्र भदौरिया ने जीडियाटिक मेडीसन (बुजुर्गों से संबंधित इलाज) सेंटर खोलने का सुझाव दिया।

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