Sawan Somwar 2023: भगवान शिव भक्ति का पवित्र महीना सावन शुरू हो चुका है। ऐसे में कल श्रावण मास के प्रथम सोमवार व्रत का पालन किया जाएगा। सावन माह के पहले सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर से भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी, सवारी को लेकर तेयारियां पूरी हो गई है। ऐसे में सवारियों की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है।
सोमवार को महाकाल मनमहेश के रूप में निकलेंगे नगर भ्रमण पर:
मध्यप्रदेश के उज्जैन में भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारियों के क्रम में श्रावण माह के पहले सोमवार कल सवारी नगर भ्रमण पर अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये परम्पमरागत मार्ग से निकाली जायेगी। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि भगवान महाकालेश्वर की प्रथम सवारी ठाठ-बाट से परम्परागत मार्ग से निकाली जायेगी। पालकी में भगवान मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
भगवान महाकालेश्वर के श्री मनमहेश स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन महाकाल मन्दिर के सभा मण्डप में होने के पश्चात भगवान श्री मनमहेश पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। उन्होंने बताया कि भगवान की सवारी मन्दिर से अपने परंपरागत निर्धारित समय शाम 4 बजे निकलेगी। मन्दिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान श्री मनमहेश को सलामी दी जायेगी। भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी मन्दिर से निकलने के बाद परंपरागत मार्ग से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जायेगा। इसके बाद सवारी परंपरागत निर्धारित मार्ग पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
श्रावण मास में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व:
बता दें कि सावन का प्रथम सोमवार व्रत 10 जुलाई 2023 के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर दो अत्यंत शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है। श्रावण मास में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन सोमवार के दिन व्रत का पालन कर भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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