रेहटी, मध्यप्रदेश। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिंदवाड़ा मॉडल को टक्कर देने के लिए अब प्रज्जवल बुधनी मॉडल तैयार किया गया है। यह प्रज्जवल बुधनी प्रदेश के लिए विकास का मॉडल बनेगा। इसको लेकर बुधवार को सलकनपुर स्थित धर्मशाला प्रांगण में सांसद रमाकांत भार्गव की अध्यक्षता में नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव, कमिश्नर, कलेक्टर सहित जनप्रतिनिधियों ने बैठकर चर्चा की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि बुधनी का विकास मॉडल अब मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों के लिए भी रोल मॉडल बनें। इसी को लेकर कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में बुधवार को सलकनपुर में सांसद रमाकांत भार्गव की अध्यक्षता में बैठक रखी गई। इसमें नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह, आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव सहित जिला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत हर्ष सिंह, अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर, एसडीएम बुधनी शैैलेंद्र हनोतिया, रेहटी नगर परिषद के सीएमओ वैभव देशमुख सहित नसरुल्लागंज, शाहगंज एवं बुधनी के सीएमओए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व अध्यक्ष मप्र राज्य वन विकास निगम गुरुप्रसाद शर्मा, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, रघुनाथ सिंह भाटी आदि मौजूद रहे।
दिखाया प्रजेंटेशन, हुई स्थानीय मुद्दों पर चर्चा :
प्रज्जवल बुधनी को लेकर एक प्रजेंटेशन भी तैयार किया गया है। बैठक में इस प्रजेंटेशन को दिखाया गया एवं इस पर चर्चा हुई। इस दौरान रेहटी, नसरुल्लागंज बुधनी एवं शाहगंज नगरों के सौंदर्यीकरण, स्मार्टसिटी के तहत इनके नगर द्वार सहित अन्य स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा की गई। दरअसल रेहटी, नसरूल्लागंज सहित बुधनी विधानसभा के अन्य शहरों के कई स्थानीय ऐसे मुद्दे हैंं जो वर्षों से लंबित हैं। रेहटी में हाट बाजार को लेकर समस्या वर्षों से चली आ रही है। इसको लेकर सीएमओ वैभव देशमुख ने अपनी बात रखी। इसी तरह नगर में बारिश के दिनों में जल भराव की भी गंभीर समस्या है। एमपीआरडीसी की सड़क का चौड़ीकरण भी है। इन मुद्दों को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। नसरुल्लागंज बुधनी सहित शाहगंज में भी जल भराव सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर भी यहां के सीएमओ ने अपनी-अपनी बातें रखीं।
सलकनपुर मंदिर की दिखेगी भव्यता :
प्रज्जवल बुधनी के तहत जहां सलकनपुर मंदिर को फिर से संवारा जाएगा, वहीं मंदिर के आसपास के स्थानों को भी इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। मंदिर को और भव्यता देने के लिए यहां पर विकास के कई कार्य किए जाएंगे। अब सलकनपुर मंदिर को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी, ताकि देश के अलावा विदेशों से भी पर्यटक एवं श्रद्धालु यहां पर दर्शन के लिए आ सकें। इसी तरह सलकनपुर के पास स्थित सारू-मारू की गुफाएं, टपकेश्वर को इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। आंवलीघाट स्थित नर्मदा नदी के घाट को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि भक्तों किसी तरह की दिक्कतें न आएं। सूत्रों की मानें तो बुधनी विधानसभा में लगभग 84 कार्य हैं, जिन्हें प्रज्जवल बुधनी के तहत पूरा किया जाएगा। ये कार्य नगरीय विकास विभाग के अलावा टूरिज्म बोर्ड, वन विभाग सहित अन्य विभागों के जरिए किए जाएंगे।
इसलिए तैयार हुआ प्रज्जवल बुधनी मॉडल:
प्रदेश में 15 माह रही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने छिंदवाड़ा मॉडल को प्रदेश का विकास मॉडल बनाया था। छिंदवाड़ा मॉडल की तर्ज पर ही प्रदेश के विकास की संरचना बनाई गई थी और उसी को लेकर काम भी शुरू किया गया था। दरअसल उस दौरान सरकार में लिए गए ज्यादातर निर्णय एवं विकास कार्य छिंदवाड़ा में ही प्रस्तावित किए गए थे और किए जा रहे थेे। छिंदवाड़ा मॉडल के रूप में प्रदेश का विकास हो पाता, इससे पहले ही कमलनाथ सरकार गिर गई। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बुधनी को ऐसे मॉडल के रूप में विकसित करने की तैयारी कीए जो प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों के लिए भी रोल मॉडल बन सकें। इसको लेकर करीब डेढ़ माह पहले भी केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ ही प्रदेश के आला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ सलकनुपर में बैठकर इस पर चर्चा की थी। इसके बाद कई दौैर की बैठकें हो चुकी हैं। अब प्रज्जवल बुधनी मॉडल पर काम जल्द ही शुरू किया जाएगा।
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