सट्टा जुआं, गांजा सहित जमकर बिक रही अवैध शराब सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

अवैध धंधों का गढ़ बना रेहटी : सट्टा जुआं, गांजा सहित जमकर बिक रही अवैध शराब

रेहटी, मध्यप्रदेश : तहसील मुख्यालय सहित आसपास के कई गांवों में इन अवैध कामों को खुलेआम किया जा रहा है, कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति बड़े खिलाड़ी पुलिस पकड़ से दूर।

Author : राज एक्सप्रेस

रेहटी, मध्यप्रदेश। मां विजयासन धाम की पवित्र नगरी और जीवनदायनी मां नर्मदा के लिए प्रसिद्ध रेहटी तहसील अब अवैध धंधों के लिए पहचानी जा रही है। सट्टा, जुआं, गांजा सहित अवैध देशी-विदेशी शराब अब क्षेत्र की पहचान बन गए हैं। तहसील मुख्यालय सहित आसपास के कई गांवों में इन अवैध कामों को खुलेआम किया जा रहा है। इन अवैध कामों के बड़े खिलाड़ी अब भी पुलिस पकड़ से दूर हैं।

तहसील मुख्यालय सहित आसपास के कई गांव इस समय सट्टा, जुआं, गांजा और अवैध शराब के लिए चर्चाओं में है। यहां पर बच्चे, महिलाएं और युवा भी सट्टा-जुआ खेल रहे हैं। गांव-गांव में गांजे की पुड़िया बिक रही है और शराब परोसी जा रही है। इसके कारण कई युवाओं का भविष्य बर्बादी की कगार पर है तो कई घरों की खुशियां इन अवैध धंधों ने खत्म कर दी है।

कार्रवाई तो होती है, लेकिन बड़े खिलाड़ी पकड़ से दूर :

सट्टा, जुआं, गांजा सहित अवैध काम करने वालों पर पुलिस कार्रवाई तो होती है, लेकिन इस कार्रवाई में सिर्फ ऐसे लोग ही पुलिस पकड़ में आते हैं, जिन पर आरोप ही सिद्ध नहीं हो पाते। इन कामों के बड़े खिलाड़ी पुलिस की पकड़ से दूर ही हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पुलिस की जानकारी में अवैध काम करने वाले और इनमें शामिल अन्य लोगों की कुंडली भी हैए लेकिन कार्रवाई न होना कई सवाल भी खड़े करता है। बताया जाता है कि ये सब काम मिलीभगत से ही चलाए जा रहे हैं। इनमें कई रसूखदार भी शामिल हैं।

वर्षों से चल रहा सट्टा लगा रहा बट्टा :

तहसील मुख्यालय सहित आसपास के कई गांवों में सट्टे का कारोबार वर्षों से चल रहा है। इसने कई घरों को बर्बाद कर दिया। यहां बता दें कि रेहटी बुधनी विधानसभा के अंतर्गत आता है। कई बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पुलिस को निर्देश दे चुके हैं कि अवैध शराब सहित अन्य अवैध कामों के लिए मुहिम चलाकर सख्ती की जाएए लेकिन अब तक पुलिस की ऐसी सख्ती नहीं दिखी है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT