Raksha Bandhan 2023: राजगढ़, मध्यप्रदेश। बुधवार को रक्षाबंधन का पर्व नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचल में धूमधाम से मनाया गया। हालांकि इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का योग बनने से बहनों ने अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र रात 9 बजे के बाद मुहूर्त में बांधकर रक्षाबंधन मनाया। इसके पहले सुबह 9 के पहले घर घर श्रवण कुमार की पूजा अर्चना की गई, इसके बाद भद्रा काल लगने के बाद रक्षा सूत्र रात के समय बाधने के लिए बहनों को लम्बा इंतजार करना पड़ेगा।
रक्षाबंधन पर इस वर्ष बाजार तो जमकर सजा है लेकिन, ग्राहकों का आभाव दुकानों पर बना हुआ है। बारिश की बेरुखी के कारण त्योहार होने पर भी बाजार से ग्राहक नदारत नजर आये। लोगों ने केवल आवश्यक समानो की खरीदी की। रक्षाबंधन के दिन हाट-बाजार रहने से बाजार में दर्जनों राखी की दुकानें लगी। नगर से गुजरने वाले यात्री वाहनों में भी रक्षाबंधन की भीड़- भाड़ बनी हुई।
इसके साथ ही बाजार में सुबह- सुबह अच्छी खासी ग्राहाकी रहने के बाद दोपहर के सयय तेज गर्मी व उमस के कारण चहल-पहल कम हो गई है। इस बीच बहनों ने अपने भाईयों की कलाई पर राखी सजाने के लिए रक्षा सूत्र खरीदे। बाजार में मिठाई की दुकानें भी सजी, जहां जमकर खरीदी हुई। अपनी बहनों को उपहार स्वरूप भेंट देने के लिए भाईयों ने भी खरीदी की। विशेष कर कपडो की दुकान पर भीड देखी गई वही गिप्ट सेंटर्स व अन्य दुकानों पर सन्नाटा पसरा।
बारिश की बेरुखी का त्योहार पर असर दिखा
भाई बहन के पवित्र प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन पर इस वर्ष उल्लास नजर नहीं आया एक तो त्योहार पर भद्रा काल के कारण लोग त्योहार को लेकर असमंजस की स्थिति में रहे वही बीते एक माह से बारिश की बेरुखी से क्षेत्र में सोयाबीन की फसल को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। वही किसानों को भविष्य के रवी के सीजन की भी चिंता सताने लगी है। बारिश नहीं होने से भूजल स्रोत नही बढने व इलाके में कुए बावड़ी बांध तलाब में जलस्तर नही बढ पाया है। खरीफ की फसलों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जिससे रक्षा बंधन के त्योहार पर रोनक की कमी बनी हुई दिखाई दी।
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