हाइलाइट्स :
राहुल गांधी ने शुक्रवार को 2 जनसभाओं को किया सम्बोधित।
बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा।
राहुल गांधी ने कहा, मध्यप्रदेश के बजट को 53 अधिकारी चला रहे।
मध्यप्रदेश। दुनिया के सबसे कर्मठ युवा हमारे देश और प्रदेश में हैं, फिर भी क्यों करोड़ों युवाओं को रोजगार उपलब्ध नहीं हो रहा है। भाजपा की सरकार ने छोटे-छोटे दुकानदारों और किसानों पर GST टैक्स थोप दिया। GST-टैक्स छोटे उद्योग और किसानों को बर्बाद करने का भाजपा का हथियार है। हिन्दुस्तान में पहली बार किसान टैक्स दे रहा है। किसान, 12 परसेंट ट्रैक्टर पर, 5 परसेंट पेस्टीसाइड और 18 परसेंट फर्टिलाइजर पर टैक्स दे रहा है। GST कोई और नहीं बल्कि देश की गरीब जनता दे रही है। यह बात कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सतना में आयोजित जनसभा के दौरान कही है। राहुल गांधी ने बड़वानी जिले के राजपुर में भी जनसभा को संबोधित किया। ये राहुल गांधी का मध्यप्रदेश में एक महीने में तीसरा दौरा हैं।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक के सफर में कई लोगों से मिला :
राहुल गांधी ने सतना में कहा, कन्याकुमारी से कश्मीर तक के सफर में मैं कई लोगों से मिला। युवाओं से भी मिला। युवाओं से मैं पूछा करता था, आप क्या कर रहे हो ? आगे से जवाब मिलता था हम बेरोजगार हैं। रेलवे स्टेशन पर भी मैं गया। कुली से मिला पूछा कि, कुली बनने से पहले आप क्या करते थे? उन्होंने कहा कि, मैं इंजिनियर बनना चाहता था। प्राइवेट कॉलेज से डिग्री ली, हजारों रुपए सिविल इंजीनियरिंग में लगाए लेकिन रोजगार नहीं मिला तो कूली का काम कर रहा हूँ। ये स्थिति है देश की।
मध्यप्रदेश की नींव को भाजपा ने उखाड़ कर फेंक दिया :
राहुल गांधी ने कहा, भाजपा की सरकारें गरीबों से पैसा लेकर कुछ उद्योगपतियों को दे देती है। एक सरकार होती है जो गरीबों की जेब में पैसा डालती है दूसरी वो जो उद्योगपतियों के खाते में पैसा डालती है। मनरेगा से गरीबों के खाते में पैसे डालने की शुरुआत कांग्रेस ने ही की थी। मध्यप्रदेश की नींव को भाजपा ने उखाड़ कर फेंक दिया। ये नींव क्या है- ये नींव है किसान, बेरोजगार युवा, छोटे दुकानदार।
मध्यप्रदेश में 18 सालों में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की :
राहुल गांधी ने किसानों की समस्या पर बात करते हुए छत्तीसगढ़ के किसानों का उदहारण दिया और कहा, छत्तीसगढ़ में किसान अपनी जमीन नहीं बेचना चाहता क्योंकि किसान खुश है उसे अपनी फसल का उचित दाम मिल रहा है। वहीं मध्यप्रदेश में 18 सालों में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। किसानों की आत्महत्या का कारण था कर्जा। मध्यप्रदेश में किसान को अपनी फसल का सही दाम ही नहीं मिल रहा है। सही दाम न मिलने से किसान आत्महत्या करेने को मजबूर है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने धान का उचित मूल्य, किसानों का कर्जा माफ़, और खेतों में काम करने वाले मजदूरों के खाते में पैसा देने का वायदा किया था। इन सभी वादों को हमने पूरा किया है। हमारा लक्ष्य है मध्यप्रदेश में वो सब कुछ करना जो छत्तीसगढ़ में हम कर रहे हैं।
मोदी और शिवराज ने उद्योगपतियों के साथ मिलकर चुराई कांग्रेस सरकार :
राहुल गांधी ने कहा, हमने इन सभी वादों को मध्यप्रदेश में पिछली बार भी पूरा किया था लेकिन नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान ने कुछ उद्योगपतियों के साथ मिलकर आपके द्वारा चुनी हुई कांग्रेस सरकार को चुरा लिया। यहाँ (मध्यप्रदेश) रसोई गैस का दाम 1200 रुपए है, छत्तीसगढ़ में रसोई गैस का दाम 500 रुपए है। कब महँगा तक रसोई गैस देंगे? ज्यादा से ज्यादा एक महीना। उसके बाद तो 5 साल तक कांग्रेस 500 रुपए में ही गैस सिलेंडर देगी। जब तक हम जनता के जेब में पैसा नहीं डालेंगे देश का विकास नहीं होगा। जितना पैसा भाजपा ने बड़े उद्योगपतियों को दिया है, उतना पैसा हम गरीब जनता को देने जा रहे हैं।
नरेंद्र मोदी, ओबीसी बोल-बोल कर प्रधानमंत्री बन गए :
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, साल 2021 में मध्यप्रदेश में 670 किसानों ने आत्महत्या की। छत्तीसगढ़ में 70 किसानों ने आत्महत्या की है। यानि 10 गुना ज्यादा किसानों ने मध्यप्रदेश में आत्महत्या की है। पीएम मोदी भाषण देने आए थे, उन्होंने कहा भाइयों-बहनों मैं ओबीसी वर्ग का हूँ...2 करोड़ रुपए का सूट पहनते हैं, हजारों करोड़ के हवाई जहाज में जाते है...आप क्या चाय बेचने की बात करते हो। नरेंद्र मोदी, ओबीसी बोल-बोल कर प्रधानमंत्री बन गए। एक दिन में नरेंद्र मोदी कम से कम एक दो सूट तो पहनेंगे ही। मैं तो बस ये सफ़ेद शर्ट पहनता हूँ। नरेंद्र मोदी हर रोज लाखों रुपए के कपड़े पहनते हैं।
जाति जनगणना की बात करते ही हिन्दुस्तान से जाति गायब:
राहुल गांधी ने आगे कहा, पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में कहा था कि, देश में एक ही जाति है, वो है गरीब। इनके दिमाग से जाति इसलिए गायब हो गई क्योंकि मैंने जाति जनगणना की बात कर दी। जाति जनगणना की बात करते ही हिन्दुस्तान से जाति ही गायब हो गई।
मध्यप्रदेश के बजट को 53 अधिकारी चला रहे :
राहुल गांधी ने कहा, मैं अंदाजे से कह सकता हूँ देश में 50 प्रतिशत से ज्यादा ओबीसी है। मध्यप्रदेश के बजट को 53 अधिकारी चला रहे हैं, मध्यप्रदेश में भाजपा ओबीसी वर्ग की सरकार चलाने की बात करती हैं किसी को पता है इनमें से कितने अधिकारी ओबीसी वर्ग के हैं? इनमें से एक अधिकारी ओबीसी वर्ग है। यानि ओबीसी अफसर का 100 रुपए के बजट पर नियंत्रण मात्र 33 पैसे का है। ये कैसी ओबीसी की सरकार है? यहाँ ओबीसी की कोई भागीदारी नहीं है। मैं कहता हूँ ये शर्म की बात है। सरकार इस बात को छुपाना चाहती है।
आदिवासी और वनवासी शब्द में अंतर :
राहुल गांधी ने बड़वानी की जनसभा में कहा, आदिवासियों को हम आदिवासी कहते हैं लेकिन भाजपा के लोग वनवासी कहते हैं। आदिवासी और वनवासी शब्द में बहुत अंतर है। वनवासी मतलब यहाँ के संसाधनों पर सबसे पहला हक़ आपका है। भाजपा का एक नेता आदिवासी पर पेशाब कर रहा था जिसका वीडियो भी वायरल हुआ। इनकी सोच उस वीडियो में है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।