देवरीकलां, मध्य प्रदेश। अभी तक स्कूलों में बच्चे गोल मारते थे, लेकिन मढ़ी जमुनिया का हाई स्कूल ऐसा है जहां शिक्षक गोल मारते हैं जिससे वहां के बच्चे परेशान हैं। बुधवार को मढ़ी जमुनिया के एक परिसर विद्यालय के प्राचार्य समेत 6 शिक्षकों ने एक साथ गोल मारा। अब जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में जांच की बात कर रहे हैं।
देवरी क्षेत्र में कोरोना के लंबे लॉकडाउन के बाद पिछले दिनों स्कूल खुल गए हैं लेकिन स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है जहां बच्चों का ज्ञान रसातल में चला गया है। वहीं अनेक शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी रुचि बच्चों को पढ़ाने में नहीं है। लाखों रुपए की तनख्वाह पाने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी अब स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं जाना चाहते हैं। हालात यह हैं कि, देवरी क्षेत्र के अधिकांश शासकीय स्कूलों में शिक्षक अधिकांश समय स्कूलों से गायब रहते हैं और फर्जी तरीके से उपस्थिति रजिस्टर पर अंकित कराते हैं।
देवरी विकासखंड के ग्राम पंचायत मढ़ी जमुनिया हाई स्कूल का मामला
वहीं शिक्षकों के ना रहने के कारण स्कूलों में बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। क्योंकि, स्कूल लंबे अरसे के बाद खुलने के कारण बच्चों की उपस्थिति लगातार बढ़ रही है, लेकिन शिक्षक लगातार गोल मार रहे हैं। ताजा मामला देवरी विकासखंड के ग्राम पंचायत मढ़ी जमुनिया हाई स्कूल का है। एक परिसर की शाला होने के कारण यहां प्राथमिक शाला से हाईस्कूल तक के बच्चों की शिक्षा दीक्षा के लिए शासन लाखों रुपए खर्च कर रहा है।
पर्याप्त संख्या में यहां भवन भी उपलब्ध हैं और बच्चों को पढ़ाने के लिए 12 शिक्षक भी स्कूल में पदस्थ हैं, लेकिन दुर्भाग्य यह है कि, यहां पदस्थ शिक्षक काम चोरी की प्रवृत्ति के कारण स्कूल में नहीं आते हैं वह केवल बिना तारीख के और सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के बिना अवकाश के आवेदन उपस्थिति रजिस्टर में रखकर गायब रहते हैं। बुधवार को ऐंसा ही मामला प्रकाश में आया जब मढ़ी की एक परिसर शाला के 12 में से 5 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। वहां मात्र कुछेक शिक्षक ही कक्षा में अध्यापन कार्य कराते मिले और जिसमें प्रेम सहाय ठाकुर पिछले 3 दिनों से लापता हैं। जिसका उपस्थिति पंजी में रिकॉर्ड भी दर्शा रहा है वहीं भगवत सेन, ओपी लाडिय़ा, राजकुमारी करन और अच्छे लाल अहिरवार भी अनुपस्थित देखे गए।
फोन भी रिसीव नहीं करते
नाम के आवेदन पाए गए जिनमें तारीख भी अंकित नहीं थी। मढ़ी जमुनिया हाई स्कूल के एकमात्र ऐसे प्राचार्य हैं जो मूल प्राचार्य के रूप में पदस्थ हैं लेकिन वह भी मनमानी के पर्याय बन गए हैं। वह भी लगातार शासकीय काम के नाम पर विद्यालय में अनुपस्थित रहते हैं कभी कहते हैं कि अंकसूची लेने जा रहे हैं तो कभी कहते हैं ऑफिस के काम से सागर जा रहे हैं लेकिन यह बहानेबाजी करके विद्यालय से गायब रहते हैं जिस कारण पूरे विद्यालय में मनमानी चरम पर पहुंच गई है।
शिक्षक भी प्राचार्य के पद चिन्हों पर चल रहे हैं और वह भी सप्ताह में दो से 3 दिन गोल मारते हैं कुछ शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें सप्ताह में 1 दिन भी स्कूल आने का समय नहीं मिलता है यहां तक कि बच्चे भी स्कूल के शिक्षकों को पहचानते नहीं हैं कि यह कौन है स्कूल के बच्चों ने बताया कि प्रेम सिंह ठाकुर शिक्षक पिछले दो-तीन दिन से स्कूल नहीं आए हैं।
अजब सिंह का गजब रवैया
वहीं इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अजब सिंह का भी रवैया गजब है वह बार-बार फोन करने के बावजूद भी वह गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाए रहते हैं और फोन भी रिसीव नहीं करते।
इनका कहना है...
मढ़ी जमुनिया हाई स्कूल के किसी भी शिक्षक ने अवकाश के लिए आवेदन मेरे पास प्रस्तुत नहीं किया है और न ही आवेदन स्वीकृत किया गया है जबकि बिना स्वीकृति के कोई भी आवेदन मान्य नहीं होता है। इस पूरे मामले की गुरुवार को जांच कराई जाएगी और संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध अनियमितताएं मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।-अरुण सोनी,संकुल प्राचार्य गौरझामर
अभी मैं बीमार हूं, सागर की अस्पताल में भर्ती हूं और एक दो दिन में स्वस्थ होने के बाद पूरे मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।-आरके जैन, विकासखंड शिक्षा अधिकारी देवरी
मैं 2 दिन से सामान लेने काम से सागर गया था। मैंने जानकारी जुटाई है। बुधवार को 5 शिक्षक अनुपस्थित थे उनके अवकाश आवेदन कार्यालय में जमा थे। जो भी हुआ है वह पहली बार हुआ है दोबारा यह चूक नहीं होगी।-बीएन मिश्रा, प्राचार्य मढ़ी जमुनिया हाई स्कूल
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