Crop  Social Media
मध्य प्रदेश

नर्मदापुरम : विधवा महिला को फसल नहीं काटने दे रहे दबंग , जिम्मेदार नहीं कर रहे मदद

भोपाल निवासी लता बाहेती पत्नि स्व. विजय बाहेती की जमीन 21 एकड़ ग्राम रनमोथा एवं 21 एकड़ ग्राम काजलखेड़ी तहसील सोहागपुर में है, इनके पति का देहांत वर्ष 2011 में हो गया था।

Prafulla Tiwari

नर्मदापुरम। सोहागपुर तहसील के ग्राम रनमौथा एवं काजलखेड़ी में स्थित एक विधवा महिला की कृषि भूमि पर उसके ही जेठ और देवर खेती नहीं करने दे रहे हैं। अभी फसल पक्क कर खड़ी है लेकिन महिला काटने खेत तक नहीं जा सकती है । महिला ने तमाम अधिकारियों से गुहार लगा चुकी है पर अधिकारी महिला की सहायता करने से बच रहे हैं।

जानकारी के अनुसार भोपाल निवासी लता बाहेती पत्नि स्व. विजय बाहेती की जमीन 21 एकड़ ग्राम रनमोथा एवं 21 एकड़ ग्राम काजलखेड़ी तहसील सोहागपुर में है। इनके पति का देहांत वर्ष 2011 में हो गया था। उसके बाद से इनके देव एवं जेठ प्रहलाद बाहेती, कृष्णकुमार बाहेती, नंदलाल बाहेती, पुरुषोत्तम बाहेती, राजेश बाहेती, जगमोहन बाहेती, आयुष बाहेती, जबरदस्ती विधवा महिला की जमीन पर कब्जा किये है एवं इनको खेती नहीं करने दे रहे है। सरकारी अधिकारी इन्हीं का साथ दे रहे है। महिला बहुत परेशान हो रही है। तहसीलदार कुछ भी करने को तैयार नहीं है।

13 साल से न्याय के लिए भटक रही विधवा महिला

विधवा महिला विगत 13 साल से न्याय के लिए भटक रही है। महिला की जमीन पर जिन लोगों ने कब्जा कर रखा है वह महिला की गेहूं की खड़ी फसल नहीं काटने दे रहे है। वह अपनी फसल काटने के लिए जाती है तो जमीन पर कब्जा जमाये बैठे दबंग उसे धमकी और जान से मारने की धमकी देकर भागा देते हैं।

इनका कहना

मामला हाईकोर्ट और सिविल कोर्ट में चल रहा है। जब तक कि न्यायालय का फैसला नहीं हो जाता तब तक प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकते हैं। रिसीवर नियुक्त करने के लिये फसल बोने के पहले शिकायकर्ता आवेदन देना चाहिये था, हालांकि सरकारी रिकार्ड में महिला के नाम पर जमीन दर्ज है, चूंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिये प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता।

अल्का इक्का तहसीलदार सोहागपुर

मेरी जमीन पर लगी फसल मुझे काटने नहीं दी जा रही है। एसडीएम और तहसीलदार कार्यवाही नहीं कर रहे है। मेरी 20 एकड़ में लगी गेहूं की फसल रातों रात चोरी से काट ली गई है। मेरे द्वारा रिसीवर नियुक्त कर फसल कटवाने का निवेदन किया गया है, लेकिन तहसीलदार 8 महीने से परेशान कर रहीं हैं। मेरे देवर और जेठ द्वारा मुझे लगातार प्रताडि़त और परेशान किया जा रहा है। मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे आत्महत्या करने का अलावा कोई रास्ता नहीं हैं।

लता बाहेती, पीडि़त महिला

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT