Pollution Control on Diwali  Afsar Khan
मध्य प्रदेश

प्रदूषण नियंत्रण के लिए बनाये गये कारगर नियम

शहडोल: हर साल दिवाली के त्यौहार पर बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए, इस साल प्रदूषण पर लगाम लगाने के मकसद से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जनजागरूकता एवं जागृति कार्यक्रम चलाया गया, जिसका हुआ ये असर।

Author : Afsar Khan

राज एक्सप्रेस। दीपावली पर्व के दौरान पटाखों का बड़ी संख्या में उपयोग किया जाता है, जिसका निर्माण हानिकारणक रसायन वायु प्रदूषण को जन्म देते हैं। इससे ध्वनि, वायु पद्रूषण का स्तर बढ़ जाता है, लेकिन इस बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा चलाये गये जनजागरूकता एवं जागृति कार्यक्रम से दीपावली के दौरान प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है।

स्कूलों से शुरूआत :

बोर्ड मुख्यालय के निर्देश पर मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा दीपावली पर्व के पूर्व विभिन्न स्कूलों में जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसमें पटाखों से होने वाले प्रदूषण और बीमारियों के बारे में बाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित कर जागरूकता के लिए काम किया गया, वहीं इको फ्रंडली दीपावली मनाने के लिए प्रेरित किया गया।

फिल्म का प्रदर्शन :

बोर्ड मुख्यालय द्वारा पटाखों से होने वाले प्रदूषण एवं बीमारियों पर आधारित शार्ट फिल्म का निर्माण किया गया था, जिसे सोशल मीडिया में बोर्ड के अधिकारियों द्वारा वायरल किया गया साथ ही संभाग के पहले सिनी फ्लैक्स के स्कवार मॉल में फिल्म से पहले और बाद में शार्ट फिल्म का प्रदर्शन किया गया। एकादशी तक पीसीबी की शार्ट फिल्म प्रदर्शित होती रहेगी।

स्तर में गिरावट :

म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के आकड़ों के मुताबिक, पिछले कई वर्षों की तुलना में पर्व के दौरान शहर में PM-10 और PM-2.5 के स्तर में गिरावट देखने को मिली है। जिसमें PM-10, PM-2.5, SO2 और NO2 में 10% की गिरावट आई है।

क्या कहते है आंकडे़ :

बोर्ड के द्वारा प्रदूषण माप के लिए व्यवसायिक रिहायशी और सायलेंट जोन के आंकडे़ एकत्रित किये गये, वर्ष 2018 में पर्व के दौरान जहां PM-10 का स्तर 115 था, इस बार 110 माइक्रोग्राम क्यूविक मीटर पर आ गया। रिहायशी क्षेत्र में 86 और सांयलेंट जोन में 57 PM-2.5 का स्तर 2018 में 44.3 था, जो कि इस बार 42.3 रिहायशी क्षेत्र में 26.5 और सांयलेंस जोन में 21.8 देखने को मिला। SO2 का स्तर इस बार 16.8 व्यवसायिक क्षेत्र में और रिहायशी इलाके में 12 और सायलेंट जोन में 9.6 रहा। NO2 व्यवसायिक क्षेत्र में 22.4, रिहायशी क्षेत्र में 18.6 और सायलेंट जोन में 16.2 की गिरावट देखने को मिली। पिछले कई वर्षों के बाद दीपावली में अच्छी खबर प्रदूषण को लेकर सामने आई है।

किये यह प्रयास :

म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव कुमार महरा ने बताया कि, प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया गया और पंपलेटो का वितरण हुआ, नुक्कड़ नाटक के अलावा प्रदूषण पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन कराया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प को तलाशा गया, पॉलीथिन के प्रयोग पर पांबदी लगाई गई, कचरा जलाना और कचरा फेंकना बंद कराया गया, नदी-नालों की साफ-सफाई आदि कार्यक्रम शामिल रहे।

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