मध्य प्रदेश में सियासत में आज साफ हो जाएगा किसकी बनेगी सरकार। संभवतः मप्र से कमलनाथ सरकार की विदाई के साथ फिर खिलेगा कमल। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कमलनाथ सरकार को शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट करने का आदेश दिया था। जिसके बाद अब सभी की नजर पर विधानसभा की कार्यवाही पर है। दूसरी ओर देर रात को विधानसभा स्पीकर ने बागी 16 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किये हैं।
भाजपा-कांग्रेस व्हिप जारी कर विधायकों को सदन में उपस्थित रहने को कहा है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम हाउस में विधायक दल की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा की। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेस की। उन्होंने कहा कि भाजपा को 15 साल मिले। मुझे 15 महीने मिले। आप सब जानते हैं कि जब हमारी सरकार बनी थी तो हर 15 दिन में भाजपा नेता कहते थे कि ये सरकार पंद्रह दिन-महीने भर की सरकार है।
सीएम कमलनाथ ने कहा कि 11 दिसंबर 2018 को पिछली विधानसभा का परिणाम आया है, जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक सीटें हासिल करके आई। 17 दिसंबर को मैंने शपथ ली और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल की शपथ ली, आज 20 मार्च है, इस दौरान हमारा प्रयास प्रदेश की तस्वीर बदलने का रहा। 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी, अपने राजनीतिक जीवन में मैंने काम पर विश्वास रखा। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने 22 विधायकों को बंधक बनाया और ये पूरा देश बोल रहा है, करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है। एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची गयी। सीएम बोले कि जिसकी सच्चाई थोड़ी समय में सामने आएगी। हमने तीन बार विधानसभा में अपनी बहुमत साबित की, बीजेपी की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
सीएम ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में माफियाओं को खत्म करने का काम किया, बीजेपी को यहां सरकार चलाने के लिए 15 साल मिले। कमलनाथ ने इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया और कहा कि हमने आम लोगों के लिए काम किया, लेकिन ये भाजपा को रास नहीं आया, हमारी सरकार पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा, बीजेपी ने किसानों के साथ धोखा किया लेकिन हमें उनके लिए काम नहीं करने दिया।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीट, 2 विधायकों के निधन के बाद कुल सीटें 228, इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायक 22 हैं। अब सदन में 206 सीट बची हैं, इस स्थिति में बहुमत के लिए जरूरी 104 सीट पार्टी के पास होना अनिवार्य हैं। वर्तमान में भाजपा के पास 107 (बहुमत से 3 ज्यादा), कांग्रेस के पास 99 (बहुमत से 5 कम) कांग्रेस के 92 विधायक रह गए हैं।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।