भोपाल, मध्य प्रदेश। भारतीय पुलिस सेवा (IPS) भारत में एक प्रमुख पुलिस सेवा है। यह भारत सरकार की तंत्र में स्थापित एक प्रतिनिधित्व सेवा है, जो देश के अन्य पुलिस सेवाओं जैसे आरपीएस, आरसीपी, आरपी आदि के साथ समन्वय में काम करती है। इस बीच अब आज साेमवार को मध्य प्रदेश के भोपाल शहर से यह खबर सामने आ रही है कि, पुलिस अधिकारी को IPS अवार्ड मिलेंगे, 27 फरवरी को डीपीसी होगी।
यह अधिकार बन सकते है IPS :
दरअसल, सरकार को भोपाल पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने वर्ष 2022 के रिक्त पदों पर राज्य पुलिस सेवा के 1997 बैच के 6 अधिकारियों को आईपीएस बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है, इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार-
वर्ष 2021 के 10 पदों, 2022 के खाली 6 पदों के लिए IPS अवार्ड की डीपीसी 27 फरवरी को होगी।
तो वहीं, वर्ष 2022 के खाली पदों पर राजेश व्यास, पदम विलोचन शुक्ला,सुधीर कुमार अग्रवाल, पंकज कुमार पांडे, अजय पांडे, डॉ. संजय कुमार अग्रवाल को IPS अवार्ड होगा।
इसके अलावा खाली पदों पर देवेंद्र पाटीदार, प्रकाश चंद्र परिहार, विनोद कुमार सिंह, मनीष खत्री, राजेश कुमार त्रिपाठी, सुनील कुमार मेहता, वीरेंद्र जैन, राय सिंह नरवरिया, रामशरण प्रजापति, सुंदर सिंह कनेश IPS बन सकते हैं।
IPS ऑफिसर्स की जिम्मेदारी :
इस दौरान हम IPS ऑफिसर्स को लेकर यह जानकारी भी बताते चलें कि, भारतीय पुलिस सेवा (IPS) भारत की एक प्रतिभागी पुलिस सेवा है। यह भारत सरकार की तंत्रिका पुलिस विभाग का एक अंग है जो कि केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित होती है। IPS के अधिकारी की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती हैं और वे देश के विभिन्न हिस्सों में नियुक्त होते हैं। IPS ऑफिसर्स की देश के विभिन्न भागों में व्यवस्थापन से संबंधित कामों, अपराध पर निगरानी, समय-समय पर अपराधों के निवारण आदि की जिम्मेदारी होती है। इस दौरान IPS ऑफिसर्स को भारतीय पुलिस के व्यवस्थापन में मुख्य भूमिका होने के साथ-साथ, देश की सुरक्षा, व्यवस्था और अधिकार की रक्षा भी उनके दायरे में होता है।
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