गुणवत्ता की पोल खुलने लगी  RE - Gwalior
मध्य प्रदेश

एक हजार बिस्तरों का अस्पताल: शुभारंभ से पहले खुली गुणवत्ता की पोल, सीवर जाम, फूटीं पानी सप्लाई की पाइप लाईन

जयारोग्य में संचालित अधिकांश विभागों को एक हजार बिस्तर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है, लेकिन यहां व्यवस्थाएं होने की जगह तमाम तरह की अव्यवस्थाएं हैं, इससे डॉक्टर सहित अस्पताल स्टाफ परेशान है।

Manish Sharma

ग्वालियर। एक हजार बिस्तरों का अस्पताल का शुभारंभ होने से पहले ही उसकी गुणवत्ता की पोल खुलने लगी है। सीवर लाइन चौक हो रही हैं,आए दिन पानी की लाइन फट रही हैं। गुरूवार को भी पानी की लाइन फट गई। इससे ऑपरेशन थिएटर से लेकर ओपीडी में पानी भर गया। इसकी सूचना मिलते ही कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कुछ देर बाद ही लाइन को ठीक किया। हालांकि गनीमत यह रही कि लाइन फूटने के बाद अस्पताल में करंट नहीं फेला। 

जयारोग्य में संचालित अधिकांश विभागों को एक हजार बिस्तर अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है, लेकिन यहां व्यवस्थाएं होने की जगह तमाम तरह की अव्यवस्थाएं हैं। इससे डॉक्टर सहित अस्पताल स्टाफ परेशान है। गुरूवार को अचानक से एक हजार अस्पताल के सी ब्लॉक में संचालित ओपीडी और प्रथम तल पर बनी माइनर सर्जरी विभाग की छत में लगी फॅाल सीलिंग से लाइन फटने से पानी गिरने लगा। इस कारण ओपीडी व ऑपरेशन थिएटर तालाब जैसा बना गया और मरीजों व कर्मचारियों को काफी परेशानी हुई। ओपीडी में बने डॉक्टर्स चेम्बर जल मग्न हो गए। सी ब्लॉक में पानी भरने के कारण वहां से निकलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इसकी सूचना मिलते ही कर्मचारी मौके पर पहुंचे और कुछ देर बाद ही लाइन को ठीक किया। गनीमत रही कि लाइन फूटने के बाद अस्पताल में करंट नहीं फेला, क्योंकि फॉल सीलिंग से होकर ही बिजली की लाइन निकली है। 

यहां बता दें कि इस अस्पताल को हैण्ड ओवर लिए कुछ माह ही हुए हैं और अस्पताल का यह हाल है। अस्पताल की खामियों की वजह से इसके शुभारंभ की तिथि भी तय नहीं हो पा रही है। जबकि यह प्रोजेक्टर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। 

कर्मचारियों ने किया डांस

लाइन फूटने के कारण भरे हुए पानी का वीडिया सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें दो कर्मचारी अस्पताल में भरे हुए पानी में नाचते और मौज करते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

हैण्डओवर लेने वाली समिति पर उठ रहे सवाल

अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर अब हैण्डओवर लेने वाली समिति पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि अस्पताल को हैण्ड ओवर लेने से पहले अस्पताल की समिति ने क्या देखा? क्या बिना देखे ही अस्पताल का हैण्ड ओवर ले लिया। 

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT