MP में पांच मिनट में भरेंगे सड़कों के गड्ढे RE-Bhopal
मध्य प्रदेश

तमिलनाडु-गुजरात की तर्ज पर MP में पांच मिनट में भरेंगे सड़कों के गड्ढे, एप पर होगी शिकायत

Jet Patcher Machine In MP: विदेशों में विकसित इस मशीन की मदद से गड्ढे की मरम्मत महज पांच मिनट में की जा सकेगी। लागत आधी रह जाएगी और समय भी 40 प्रतिशत तक कम लगेगा।

Muktesh Rawat

भोपाल, मध्यप्रदेश । तमिलनाडु-गुजरात की तरह मध्यप्रदेश में पांच मिनट में भरेंगे सड़कों के गड्ढे, एप पर होगी शिकायत भोपाल व सीहोर में होगा जेट पैचर मशीन का इस्तेमाल लागत आधी और समय भी कम लगेगा भोपाल की सड़कों के गड्ढे अब तमिलनाडु व गुजरात की तर्ज पर दुरुस्त किए जाएंगे। इसके लिए जेट पैचर मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। विदेशों में विकसित इस मशीन की मदद से गड्ढे की मरम्मत महज पांच मिनट में की जा सकेगी। लागत आधी रह जाएगी और समय भी 40 प्रतिशत तक कम लगेगा।

पीडब्ल्यूडी का कैपिटल जोन पहली बार इस तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहा है। जेट पैचर मशीन से भोपाल व सीहोर की 185 किमी लंबाई की सड़कों के गडड्ढे भरे जाएंगे। गोवा, गुरुग्राम आदि में भी इस मशीन से सड़कों की मरम्मत की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक जेट पैचर मशीन में एक ब्लोअर होता है। इससे गड्ढे से धूल-मिट्टी और पानी आसानी से साफ हो जाता है। फिर डामर के मिश्रण (इमल्शन) की कोटिंग की जाती है ताकि नमी से सड़क को और नुकसान न पहुंचे। नोजल से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से स्प्रे किया जाता है। इससे गड्ढे की तली तक डामर जम जाता है। इसकी मजबूती रोलर से ज्यादा होती है। आखिर में गीली सतह पर रेत का छिड़काव किया जाता है।

गड्ढ़ों की शिकायत एप कर सकेंगे नगरीय निकायों की सड़कें खराब होने पर इसके जोन, वार्ड समेत अन्य कार्यालयों में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है, लेकिन पीडब्ल्यूडी जैसे विभाग में यह आसान नहीं है। इसके मद्देनजर विभाग का कैपिटल जोन नवाचार करने जा रहा है। सड़कों के गड्ढे भरने के लिए सिटीजन इंगेजमेंट मॉडल ला रहा है। इसमें एक मोबाइल एप लॉन्च किया जाएगा। इस पर लोग अपने क्षेत्र के गड्ढों की शिकायत कर सकेंगे। इसका तय समय सीमा में निराकरण कर सड़क दुरुस्त की जाएगी।

जेट पैचर मशीन से ही यह कार्य किया जाएगा। मरम्मत और एप पर साढ़े पांच करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। एक दिन में 200 गड्ढे भर सकेंगे रायसेन, बुधनी व सागर संभाग में वेलोसिटी पैचर मशीन से सड़कों के गडड्ढे भरे जाएंगे। इसकी खासियत यह है कि एक दिन में 200 तक गड्ढे भरे जा सकेंगे। इसके लिए मरम्मत सामग्री मशीन में दोबारा लोड करने की आवश्यकता नहीं होगी। सिटी इंगेजमेंट मॉडल यहां भी रहेगा। इन संभागों की कुल 222 किमी लंबी सड़कों का मेंटेनेंस वेलोसिटी पैचर मशीन से किया जाएगा। इस पर 6.7 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

इनका कहना है

सड़कों के गड्ढों की मरम्मत के लिए जेट पैचर मशीन का उपयोग करेंगे। सिटीजन इंगेजमेंट मॉडल का नवाचार करने जा रहे हैं।

संजय मस्के, चीफ इंजीनियर, कैपिटल जोन, पीडब्ल्यूडी

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