हाइलाइट्स:
जल संसाधन मंत्री ने बांध सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक की।
प्रभावित जिलों के कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन को इसके लिए पूर्व में ही सूचना देने के निर्देश दिए।
भोपाल, मध्यप्रदेश। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंगलवार को मंत्रालय में राज्य में अतिवर्षा, बांध सुरक्षा और बाढ़ की स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक की। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अधिकारियो को निर्देश दिए की, राज्य और जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत रहे और सभी जिले सतत संपर्क में रहे, सूचनाओं का त्वरित संप्रेषण किया जाए। जल भराव की स्थिति निर्मित होने पर बांधो के फाटक खोलने के पूर्व स्थानीय जिला प्रशासन को सूचित करे। प्रभावित जिलों के कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन को इसके लिए पूर्व में ही सूचना दी जाए।
विभाग के अधिकारी बाढ़ की स्थिति का आकलन करे, बांधो और जलाशय में जल की आवक को देखते हुए अतिरिक्त जल भराव के साथ ही गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू करे। मंत्री सिलावट ने निर्देश दिए की प्रमुख जलाशय और डैम के लिए वरिष्ठ अधिकारी तैनात करे, सभी अधिकारियो की जिम्मेदारी तय की जाए। बैठक में प्रमुख सचिव मनीष सिंह, जल संसाधन के ईएनसी शिशिर कुशवाह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मंत्री सिलावट ने इएनसी कुशवाह को निर्देश दिए की वर्तमान में प्रदेश में बंधी में पानी की स्थिति और आस पास के जिलों में अतिवर्षा को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए। कही भीं अतिरिक्त जल भराव की स्थिति निर्मित नही हो इसके लिए लगातार निगाह रखी जाए। बैठक में प्रमुख अभियंता कुशवाह ने बताया की प्रदेश के सभी बड़े और मध्यम स्तर के 42 जलाशय में जल भराव की स्थिति सामान्य है। कही भी अतिवर्षा के कारण अभी पानी छोड़ने को स्थिति नही है। केवल दो बांध से पानी छोड़ा गया था अब स्थिति सामान्य है।
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