इंदौर, मध्यप्रदेश। एमजीएम मेडिकल कॉलेज और उससे संबद्ध एमवायएच सहित अन्य अस्पतालों का नर्सिंग स्टाफ का एक धड़ा इन दिनों हड़ताल पर है। रविवार को भी हड़ताली कर्मचारियों ने एमवायएच के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि शनिवार को इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से एसोसिएशन के पदाधिकारी ने मिलकर अपनी बात रखी थी। इसके बाद मिले आश्वासन के बाद भी हड़ताल वापस नहीं ली गई है।
प्रदेशव्यापी इस हड़ताल को लेकर निर्णय भोपाल में बैठे एसोसिएशन के पदाधिकारी करेंगे। अब तक इन पदाधिकारियों को मंत्री ने चर्चा के लिए नहीं बुलाया और न ही विभाग के अधिकारियों के साथ कोई सफल बैठक हुई है। सोमवार को हड़ताल को लेकर अहम निर्णय हो सकता है। सोमवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त के साथ एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक है। यदि सोमवार को भी निर्णय नहीं निकलता है, तो फिर हड़ताली नर्सिंग स्टाफ और नर्सिंग स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है।
एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र पाठक का कहना है कि "जब तक हमारी सभी प्रमुख मांगे नहीं मानी जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। सोमवार को हम मांगों को लेकर सरकार की सदबुद्धि के लिए यज्ञ करेंगे।" उल्लेखनीय शनिवार को नर्सेस एसोसिएशन के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने इंदौर दौरे पर मुलाकात के दौरान आश्वासन दिया था कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री से चर्चा करने के बाद उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। इंदौर में पिछले 20 दिनों से नर्सेस एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। इसके अलावा पिछले पांच दिन से एसोसिएशन अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहा है। शनिवार को पदाधिकारियों ने मेडिकल कालेज के डीन को अपने कोरोना योद्धा वाले प्रमाण पत्र भी लौटाए थे। अब देखना होगा कि सोमवार को हड़ताल खत्म होती है या आगे बढ़ती है। विभाग के आला अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल में हुई इस हड़ताल से मंत्री और भोपाल में बैठे आला अधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं।
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