इंदौर, मध्य प्रदेश। एंटी गुंडा, भू-माफिया अभियान के तहत गुरुवार को निगम, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की सामूहिक कार्रवाई के तहत जोन 14 द्वारकापुरी, जोन 4 संगम नगर व अन्य क्षेत्रो में रिमूवल कार्यवाही की गई। पहली कार्रवाई के तहत जोन 14 अन्तर्गत हवा बंगला अल्का पति अशोक दीक्षित 33 श्री राम नगर अहीरखेडी क्षेत्र इंदौर के जी प्लस 2 तीन मंजिला पक्का मकान 15 बाय 50 सहित कुल 2250 वर्गफीट का अवैध निर्माण रिमूव्हल किया गया।
अलका क्षेत्र में लेडी डान के रूप में मशहूर है। अलका और उसके पति के खिलाफ पुलिस रिकार्ड में कई केस दर्ज हैं। दूसरी कार्रवाई जोन 14 हवाबंगला क्षेत्र के शुभम पिता सीताराम यादव 388 श्रद्धापुरी कालोनी ग्वाला कालोनी के पास ग्राउण्ड फ्लोर व प्रथम मंजिल का 30 बाय 50 सहित कुल 1500 वर्गफीट का अवैध निर्माण रिमूव्हल करने की कार्यवाही की गई। रिमूव्हल के दौरान लगभग 3 पोकलेन व 3 जेसीबी, 200 से अधिक कर्मचारियों के माध्यम से निगम, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए रिमूवल किया गया।
मकान गिराया तो मैं मर जाऊंगी :
सुबह निगम टीम अलका के मकान को तोड़ने पहुंची तो वहां रहने वाले परिवार ने मकान पर अपना दावा किया। उनका कहना था कि यह मकान उन्होंने अलका से खरीदा है। इसका उनके पास अनुबंध लेख भी है। इस पर निगम ने कहा कि रजिस्ट्री हो तो दिखाइए। अनुबंध लेख ना मानते हुए निगम की टीम ने घर से सामान निकालना शुरू कर दिया। बच्चे, बुजुर्ग और कुत्ते को भी बाहर निकाला। निगम की कार्रवाई को रोकने के लिए परिवार की महिला ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। वो कह रही थी कि मकान गिराया, मैं मर जाऊंगी। पुलिस ने मुश्किल से दरवाजा खोलकर महिला को जबरन कमरे से बाहर निकाला और नीचे लेकर आए। मकान को टूटता महिलाएं और बच्चे चिखाने-चिल्लाने लगे, बिलखते रहे, लेकिन उन्हें वहां से खदेड़ दिया गया। टीआई डीबीएस नागर के अनुसार श्रीराम नगर निवासी अलका और उसका पति अशोक दीक्षित लिस्टेड बदमाश हैं। अलका पर एक दर्जन से अधिक अपराध दर्ज हैं। वहीं, पति पर करीब 18 प्रकरण दर्ज हैं। अलका पर आबकारी एक्ट के ज्यादातर मामले हैं। वह लसुडिय़ा के एक चोरी के मामले में जेल गई थी। पिछले महीने ही जेल से जमानत पर छूटकर आई है। इसके बेटे जयदीप पर भी छेड़छाड़ और मारपीट के दो मामले दर्ज हैं। ये सभी यहीं पर रहते हैं। मकान नहीं गिरे, इसके लिए इन्होंने रिश्तेदार के नाम पर नोटरी बनवा ली थी। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की और फिर मकान को जमींदोज कर दिया।
खजराना में टली कार्रवाई, जेसीबी, पोकलेन वापस लौटे :
अलका के मकान पर सुबह 9.30 बजे कार्रवाई शुरू की गई। देरी का कारण निगम का मकान तोडू़ अमला खजराना पहुंच गया था और वहां पर वाहन खड़े हो गए थे, लेकिन यहां होने वाली कार्रवाई टालते हुए जेसीबी, पोकलेन को वापस बुलाया गया। इसके साथ ही मकान तोडऩे के पहले काफी देर सामान निकालने के बाद कार्रवाई शुरू हो पाई। आसपास के मकानों को भी खाली करवाया गया। गली छोटी होने के कारण पोकलेन मशीन को अंदर लाने में दिक्कत हो रही थी। बिजली के तार भी मकान से सटे हुए थे। बड़ी लाइन होने के कारण उसे काटने में खासी परेशानी आई। तीन मंजिला मकान की कीमत पच्चीस लाख रुपए से ज्यादा है। श्रीराम नगर के तीनों रास्तों को पुलिस ने पहले ही बंद कर दिया था। घर के अंदर से फ्रीज, कूलर, टीवी जैसे कई सामान निकाले गए। तीसरे माले पर होने के कारण उन्हें जेसीबी से नीचे उतारा गया।
अब तक इन गुंडों के घर हुए जमींदोज :
बता दें कि पुलिस ने 15 बड़े गुंडे और माफियाओं की लिस्ट बनाई है। निगम के साथ मिलकर इन पर कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले साजिद चंदनवाला, जीतेंद्र उर्फ नानू तायड़े, मनोहर वर्मा, अश्विन सिरोलिया, अरुण वर्मा, लकी वर्मा, गुंडे रवि काला, हिस्ट्रीशीटर असलम उर्फ मोटा, संजू राठौर, राजकुमार खटीक, बदमाश रिंकू उर्फ रूपेश चौधरी, गुंडे सत्यनारायण, कालू, धरम ठाकुर, सिकलीगर रघुवीर उर्फ मोंटी, राकेश उर्फ बबलू उर्फ पंक्चर, भू-माफिया बब्बू और छब्बू और नाबालिगों के शोषण के आरोपी प्यारे मियां के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा चुकी है। इतना ही नहीं प्रशासन ने कम्प्यूटर बाबा और उनके करीबी रमेश तोमर के अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया है। संभवत: शुक्रवार को खजराना में एक बार फिर कार्रवाई हो सकती है।
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