हाइलाइट्स :
6 राज्यों के 12 ठिकानों पर NIA की छापेमारी।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को संक्षिप्त में PFI कहा जाता है।
PFI पर 5 साल के लिए बैन लगाया गया है।
भोपाल, मध्यप्रदेश। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने बुधवार सुबह 6 राज्यों में PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के 12 ठिकानों पर छापेमारी की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र शामिल हैं। केंद्र सरकार ने PFI को 2022 में ही देश के सभी राज्यों से बैन कर दिया था। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के खानूगांव में भी NIA ने छापेमारी की। इस कार्रवाई में एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के बाद NIA ने उसे रिहा कर दिया।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा भोपाल के खानूगांव में की गई छापेमारी में 60 वर्षीय एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। इस व्यक्ति का नाम मुश्ताक खान है। बीते एक साल से वो भोपाल के खानूगांव में रह रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी को इनपुट मिला था कि, उक्त व्यक्ति का संपर्क प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुश्ताक खान को कुछ घंटे पूछताछ के बाद रिहा कर दिया।
क्या है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया:
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जिसे संक्षिप्त में PFI कहा जाता है। इसका गठन 17 फरवरी 2007 को हुआ था। यह एक चरमपंथी संगठन है। अतंकवादी संगठन सिमी पर बैन के बाद PFI का विस्तार तेजी से हुआ था। 2017 में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर इसे बैन करने की सिफारिश की थी। PFI को टेरर फंडिंग और आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाया गया था। PFI को प्रतिबंधित संगठन घोषित करने की अधिसूचना 27 सितम्बर 2022 को जारी हुई थी। इस संगठन पर 5 साल के लिए बैन लगाया गया है। प्रतिबंध के पहले और बाद में भी NIA और एंटी टेरर स्क्वाड (ATS) ने कई संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी की है, जिसमें मध्यप्रदेश के भोपाल, जबलपुर, इंदौर सहित अन्य इलाकों में छापेमारी कर की गई गिरफ्तारियां शामिल हैं।
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