उमरिया, मध्य प्रदेश। देश और दुनिया भर से राष्ट्रीय उद्यानों में भ्रमण के लिए आने वाले सैलानियों को सफारी कराने वाले जिप्सी संचालकों की कोरोना काल के चलते रोजी-रोटी पार्क बंद होने पर छिन चुकी थी, 1 अक्टूबर से पार्क में नये वर्ष की शुरूआत होनी थी, लेकिन नियमों के तहत जिप्सी वाहनों को प्रथम वर्ष से 10 वर्ष तक की ही मान्यता रहती है, कई जिप्सी संचालकों को पंजीयन के नियमों के दायरे से बाहर होने के चलते रोजगार का संकट सता रहा था, संचालकों ने इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह से एक वर्ष की अवधि बढ़ाने की मांग की थी। सोमवार को शिवराज सरकार ने बांधवगढ़ सहित प्रदेश के 6 राष्ट्रीय उद्यानों में मूल पंजीयन के प्रथम वर्ष से 12 वर्ष तक के लिए पंजीकरण की अनुमति कोरोना काल को देखते हुए जारी कर दी, अब इस काम से जुड़े लोगों को बेरोजगार नहीं होना पड़ेगा।
12 वर्ष तक मान्य होगा पंजीयन :
सीएम हाऊस के बाद वन मंत्रालय से मिली हरी झण्डी के बाद सोमवार को मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी आलोक कुमार ने प्रदेश के सभी क्षेत्र संचालकों को पत्र जारी करते हुए कोविड-19 की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए केवल पर्यटन वर्ष 2020-21 के लिए पर्यटक वाहनों को मूल पंजीकरण के प्रथम वर्ष से 12 वर्ष तक के पंजीकरण की अनुमति जारी की है। बांधवगढ़ के अलावा पेंच, कान्हा, सतपुड़ा, पन्ना और संजय गांधी टाइगर रिजर्व के जिप्सी संचालकों को आदेश आने के बाद बड़ी राहत सरकार की ओर से दी गई है।
राज एक्सप्रेस ने उठाया था मामला :
प्रदेश के 6 राष्ट्रीय उद्यानों में से हर उद्यानों में 40 जिप्सी संचालक पुराने नियमों के तहत रोजगार से वंचित हो जाते। ग्रामीणों ने सीएम, वन मंत्री और प्रदेश सरकार से जो मांग की थी, उसे राज एक्सप्रेस ने प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने जिप्सी संचालकों की मांग को मानते हुए आदेश जारी किया है। वहीं बांधवगढ़ के क्षेत्र संचालक वीसेंट रहीम ने भी इस मामले में प्रदेश स्तर पर ठोस पहल की थी। जिप्सी संचालकों और जिप्सी मालिकों ने प्रदेश के मुखिया, वन मंत्री और क्षेत्र संचालक को ह्दय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।
197 जिप्सी है रजिस्टर्ड :
पूर्व में केवल बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में 197 जिप्सी रजिस्टर्ड हैं, जो कि चालकों, गाइड और उनके परिवारों का भरण-पोषण करती हैं। कोरोना के चलते पर्यटन उद्योग के वैसे ही बुरे हाल रहे, अक्टूबर से जब पार्क खुलेगा तो, इन्हें रोजगार के अवसर मिल सकेंगे, बांधवगढ़ में शासन के नियमानुसार कोर जोन ताला, मगधी और खितौली में सुबह 74 और शाम को 73 जिप्सियों को प्रवेश दिया जाता है, वहीं पार्क के बफर क्षेत्र में सुबह और शाम 60-60 जिप्सियां पर्यटकों को भ्रमण के लिए पार्क के भीतर ले जाती हैं। इस बार कई नये मेहमान भी बांधवगढ़ में सैलानियों का स्वागत करेंगे। जो कि उनके लिए रोमांचक होगा।
इनका कहना है :
कोविड-19 के चलते प्रदेश शासन ने 12 साल की अवधि बढ़ाई है, राज्य शासन के आदेश प्राप्त हुए हैं, मंगलवार को नोटिस चस्पा कर दिया जायेगा।श्रीमती बीनू सिंह गहरवार, पर्यटन प्रभारी, ताला, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व
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