पंच पद के कई उम्मीदवारों के निरस्त हो सकते हैं नामांकन Priyanka Yadav -RE
मध्य प्रदेश

Narmadapuram : पंच पद के कई उम्मीदवारों के निरस्त हो सकते हैं नामांकन

नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश : क्लस्टर केन्द्रों पर हो रहे पंच एवं सरपंच पद के नामांकन, नर्मदापुरम जनपद कलस्टर में 25 से 30 अधिकारियों की लगा दी ड्यूटी।

Prafulla Tiwari

नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जहां जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्यों और सरपंचों में उम्मीदवारों की होड़ लगी हैं। वहीं पंच पद के लिये उम्मीदवार रुचि नहीं दिखा रहे हैं, इसका मुख्य कारण नाम निर्देशन पत्रों के साथ संलग्न किये जाने वाले दस्तावेजों और अनापत्ति प्रमाण पत्रों का अभाव बताया जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन स्तर पर जनपद स्तर पर कलस्टर बनाये गये हैं, जिसमें 6 से 7 पंचायतों को शामिल किया गया है और इन कलस्टर केन्द्रों पर रिटर्निंग अधिकारी के नेतृत्व में पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी, कृषि विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई हैं, जो पंचों के आवेदन जमा करवाने में मदद प्रदान कर रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में पंच पद के दावेदार का अभाव देखा जा रहा हैं, बावजूद इसके पंचों से फार्म भरवाये जा रहे हैं। जिसमें दस्तावेजों की कमी के कारण नामांकन पत्र निरस्त किये जा सकते हैं। जिससे प्रशासन द्वारा बनाये गये कलस्टरों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।

दरअसल राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इस वर्ष पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों को बिजली विभाग का नो ड्यूज और ग्राम पंचायत से नो ड्यूज लेना अनिवार्य किया गया है। हालांकि सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवार उक्त प्रमाण पत्रों को संलग्न कर रहे हैं, लेकिन पंच पद के लिये उम्मीदवार बिजली बिल जमा करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस समस्या से निपटने जिला प्रशासन द्वारा कलस्टर बनाये हैं, जिनमें पंचों पद के उम्मीदवारों के फार्म भरवाने में मदद की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई पंच पद के उम्मीदवारों के फार्म बिना प्रमाण पत्रों के भरवाये हैं। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा पंचायत कर की राशि जमाकर नोड्यूज दिया जा रहा है, लेकिन बिजली विभाग से नोड्यूज लेने के लिये बिजली बिल भरना अनिवार्य है। जबकि ऐसी स्थिति में पंच पद के उम्मीदवार आवेदन नहीं कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पंच पद के कुछ उम्मीदवारों के फार्म आनन-फानन में बिना दस्तावेज पूर्ण किये ही जमा कराये जा रहे हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार कई पंच उम्मीदवारों को मालूम ही नहीं कि उनका नामांकन भरा गया है। कुल मिलाकर पंच पद के उम्मीदवारों के लिये सरकारी कर्मचारियों पर दबाव बनाकर फार्म शासकीय कर्मचारियों से भरवाये जा रहे रहें। रिटर्निंग आफीसर द्वारा 6-7 पंचायतों को मिलाकर एक कलस्टर बनाया है, इस प्रकार प्रत्येक ब्लाक में पंचायतों की संख्या अनुसार कलस्ट बनाये गये हैं, जिसमें सरपंच और पंच के आवेदन जमा किया जा रहे हैं। इसमें भी गौर करने वाली बात यह है कि नर्मदापुरम जनपद एक कलस्टर पर 25 से 30 कर्मचारी तैनात किये गये हैं, जबकि अन्य 8 से 10 कलस्टरों पर 5 से 10 कर्मचारी ही तैनात है और इन कलस्टरों में पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन जनपद नर्मदापुरम में 25 से 30 कर्मचारी तैनात किये गये हैं। जबकि इन कर्मचारियों की जरूरत ही नहीं हैं।

महिला कर्मचारियों से रात में कराया जा रहा काम :

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा विभिन्न विभागों के महिला और पुरुष कर्मचारियों को तैनात किया गया है। जिसमें महिला कर्मचारियों से देर रात तक कार्य कराने की जानकारी मिली हैं। नाम न छापने की शर्त पर कुछ महिला कर्मचारियों को कहना है कि निर्वाचन प्रक्रिया में लगाई गई महिला कर्मचारियों के लिये नियमों को शिथिल किया गया है, जिसमें उल्लेख किया है कि यदि जरूरत पड़ने पर महिला कर्मचारी की ड्यूटी लगाई भी गई है, तो उसे किसी भी हालत में रात्रि में नहीं रोका जायेगा, लेकिन कुछ स्थानों पर महिला कर्मचारियों से देर रात तक कार्य कराया जा रहा है।

इनका कहना :

नाम निर्देशन पत्रों में दस्तावेजों का अभाव होने पर फार्म को निरस्त कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों के लिये 7 जून तक का समय हैं, वह अपने नामांकन पत्रों में दस्तावेज लगा सकते हैं। अन्यथा फार्म निरस्त किये जाएंगे।
मनोज सरेयाम, पंचायत निर्वाचन अधिकारी

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