किसान संघर्ष समिति ने अवैध वसूली के खिलाफ खोला मोर्चा। रवि सोलंकी।
मध्य प्रदेश

मुलताई : किसान संघर्ष समिति ने अवैध बाजार वसूली के खिलाफ खोला मोर्चा

अभद्रता, सब्जी एवं तौलकांटा फेंकने की शिकायत, पहले भी किसानों तथा व्यापारियों से अवैध वसूली के खिलाफ विधायक प्रतिनिधि चंद्रकांत बबलू ने एसडीएम को ज्ञापन दिया था और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की गई।

Author : राज एक्सप्रेस

मुलताई, मध्य प्रदेश। साप्ताहिक बाजार में बिना ठेके के अवैध वसूली का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है जिसमें अब किसानों की समस्याओं को लेकर निरंतर संघर्ष करने वाली किसान संघर्ष समिति ने भी मोर्चा खोल दिया है।

शनिवार किसान संघर्ष समति के तत्वाधान में बड़ी संख्या में किसान नगर पालिका पहुंचे तथा सीएमओ बिजवे से बाजार में हो रही अवैध वसूली सहित किसानों से की जाने वाली अभद्रता की शिकायत की। किसान संघर्ष समति के सदस्य जगदीश दोड़के, लक्ष्मण बोरबन, लखन सूर्यवंशी, रमेश नरवरे, किशोर सिंह, राजकुमार गढ़ेकर, विनोदी महाजन, करमचंद, श्रीराम गढ़ेकर, चैनसिंह सिसोदिया, मनोज चिकाने तथा कैलाश सहित बड़ी संख्या में किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि साप्ताहिक बाजार में बिना ठेका हुए ही जौलखेड़ा के किसान धनराम गोहिते एवं रूपेश खपरिये से मंगलवार बाजार में 20 किलो सब्जी पर 30 रूपए तथा 45 रूपए तक वसूल किए गए, जिसकी वसूलीकर्ता द्वारा रसीद भी नहीं दी गई उक्त किसानों द्वारा शिकायत किसानों ने किसान संघर्ष समिति से की गई।

किसान संघर्ष समति के सदस्यों ने सीएमओ से कहा कि बाजार में दूर दूर से सब्जियां लेकर आने वाले किसानों से अवैध वसूली कर अभद्रता भी की जाती है। किसानों से जबरन वसूली में यदि कोई किसान कम पैसे देता है तो उसकी सब्जी एवं तौलकांटा तक फेंक दिया जाता है जिससे किसान अपमानित होते हैं। किसंस द्वारा वूसली नियमानुसार हो इसलिए बाजार स्थल पर रेट बोर्ड चस्पा करने की मांग की गई है। किसानों के अनुसार लंबे समय से बाजार स्थल पर रेट बोर्ड चस्पा करने की मांग की गई है लेकिन नगर पालिका द्वारा निर्धारित दरों के बोर्ड नही लगाए गए हैं।

दो वर्षों से ठेका नहीं हुआ तो वसूली क्यों हुई :

किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि कोविड प्रोटोकाल के तहत विगत दो वर्षों से साप्ताहिक बाजार प्रतिबंधित हैं तथा किसान कहीं भी बैठकर सब्जी बेचकर अपना गुजर बसर कर रहे हैं जिनसे भी वसूली की गई। किसंस के अनुसार जब ठेका नही हुआ तो वसूली किसने की और इसके पैसे आखिर कहां गए इसकी जांच होना चाहिए। उन्होने कहा कि वसूली किसके आदेश पर हुई या अधिकारियों की सांठ-गांठ से किसानों से राशि वसूल कर हड़प ली गई है जिससे शासन को राजस्व की क्षति हुई है। शासन के किस कर्मचारी द्वारा वसूली करवाई गई, उस पर दंडात्मक कार्यवाही होना चाहिए।

थाने में भी की गई शिकायत :

किसानों से बिना रसीद दिए राशि वसूली करने तथा बिना ठेके के अवैध रूप वसूली के खिलाफ किसान संघर्ष समिति के जगदीश दोड़के द्वारा थाना मुलताई में भी शिकायत की गई है। जगदीश दोड़के ने बताया कि जिस ठेकेदार द्वारा वसूली कराई गई है, उस पर पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के लिए शिकायत की गई है, ताकि भविष्य में किसानो से अवैध वसूली न हो सके।

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