भोपाल, मध्यप्रदेश। एक तरफ जहां मध्यप्रदेश स्कूल में सरकार बच्चों को उचित गुणवत्ता के साथ शिक्षा दिलाने की पुरजोर कोशिश में है। वहीं दूसरी तरफ निजी स्कूलों में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसा ही ताजा मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सामने आया है।
स्कूल ने छात्रों के भविष्य के साथ किया खिलवाड़ :
ये मामला गांधीनगर क्षेत्र के साईं हाई सेकेंडरी स्कूल से सामने आया है। भोपाल के निजी स्कूल ने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल ने विद्यार्थियों के दसवीं के फार्म नहीं भरे, स्कूल की लापरवाही के चलते बच्चे परीक्षा से वंचित रह गए।
स्कूल संचालक की लापरवाही से छात्रों का 1 साल हुआ बर्बाद :
बताया जा रहा कि फीस जमा होने के बावजूद भी स्कूल संचालक ने चार विद्यार्थियों को परीक्षा देने से वंचित रखा। स्कूल संचालक की लापरवाही से चार छात्राओं का 1 साल बर्बाद हुआ है। दसवीं के चारों विद्यार्थी श्री सांई सकूल के रेगुलर है और 15 दिन से एडमिट कार्ड लेने के लिए विद्यार्थी स्कूल के चक्कर काट रहे थे लेकिन स्कूल संचालक ने विद्यार्थी को परीक्षा में बैठने के लिए एडमिट कार्ड नहीं दिया। बता दें, दसवीं के Exam शुरू होने से 1 दिन पहले विद्यार्थियों को स्कूल संचालक ने फार्म नहीं भरने की बात कही थी।
बच्चों के माता-पिता ने स्कूल संचालक पर लगाए ये इल्ज़ाम :
स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को आदेश दिए थे कि फीस जमा नहीं होने के बाबजूद भी छात्रों को परीक्षा में बैठने दे। इस बीच श्री सांई सकूल ने शिक्षा विभाग के आदेशों को अनदेखा कर बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया, परीक्षा नहीं देने के कारण विद्यार्थी का मानसिक संतुलन खराब हुआ वही विद्यार्थी ने जान देने की कोशिश! जिसके बाद बच्चों के माता-पिता ने स्कूल संचालक पर बच्चों का साल बर्बाद करने का इल्ज़ाम लगाया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।