हाइलाइट्स :
अमिता सिंह ने भू-अभिलेख अधीक्षक के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।
तहसीलदार का पद न मिलने से थी दुखी।
KBC के सीजन-4 में 50 लाख रुपए जीते थे।
KBC Winner Amita Singh Resigns: श्योपुर, मध्यप्रदेश। प्रशासन की अनदेखी से नाराज़ अमिता सिंह ने भू-अभिलेख अधीक्षक के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। अमिता सिंह पहली बार सुर्ख़ियों में तब आई थीं जब उन्होंने साल 2011 में केबीसी में 50 लाख रुपए जीते थे। नए कलेक्टर के आने पर उन्हें उम्मीद थी कि, उन्हें तहसीलदार का पद दिया जाएगा। लेकिन जब उनकी यह उम्मीद पूरी नहीं हुई तो उन्होंने अपना इस्तीफा कलेक्टर को सौंप दिया। अमिता सिंह का कहना है कि, उनके जूनियर्स को भी तहसीलदार का पद दिया जा रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा उनकी लगातार अनदेखी की जा रही है।
अमिता सिंह ने कलेक्टर को लिखे अपने इस्तीफे में बताया कि, तहसीलदार का पद न मिलने से बहुत दुखी हूँ। जूनियर्स को तहसीलदार का प्रभार दिया जा रहा है और लम्बे समय से उनकी अनदेखी की जा रही है। अमिता सिंह का बहुत बार ट्रांसफर भी हुआ है। उनका कहना है कि, जूनियर्स को तहसीलदार का पद देना तहसीलदार की गरिमा का अनादर है ऐसा करके उनका तिरस्कार किया जा रहा है। अमिता सिंह ने कहा कि, वे मानसिक रूप से भी प्रताड़ित हो गई हैं। नए कलेक्टर के आने से उन्हें जो उम्मीद थी वो भी ख़त्म हो गई है।
साल 2011 में जीते थे 50 लाख रुपए :
अमिता सिंह पहली बार सुर्ख़ियों में तब आई थीं जब उन्होंने साल 2011 में "कौन बनेगा करड़पति" के सीजन 4 में 50 लाख रुपए जीते थे। इसके बाद अमिता सिंह लगातार किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। अमिता सिंह ने कई बार अपने ही विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट डाले हैं। इस कारण उनका निलंबन और ट्रांसफर भी हुआ है।
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