ग्वालियर। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत संविदा आधारित नर्सिंग स्टाफ की भर्ती परीक्षा 7 फरवरी 2023 को संपूर्ण मध्यप्रदेश में प्रातः 10 से 12 और दोपहर 3 से 5 दो पालियों में होनी थी, जिसके संबंध में ग्वालियर पुलिस को इनपुट मिला था कि उक्त परीक्षा का पेपर लीक कर सॉल्व कराने वाला अंतरराज्यीय गिरोह ग्वालियर में सक्रिय है। उक्त सूचना की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी,भापुसे द्वारा क्राईम ब्रांच ग्वालियर की टीम से सूचना की तस्दीक कर कार्यवाही कराई उक्त गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार कर पेपर आउट कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था।
जिस पर से थाना क्राइम ब्रांच ग्वालियर में अप0क्र0 15/23 धारा 420, 120 बी भादवि 3/4 परीक्षा अधि., 66 आईटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। ग्वालियर पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही के उपरान्त नेशनल हेल्थ मिशन म.प्र. ने 7 फरवरी 2023 को आयोजित होने वाली संविदा आधारित नर्सिंग स्टाफ भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था।
तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी, भापुसे एवं नवागत पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल,भापुसे के निर्देश पर उक्त प्रकरण की विवेचना एवं फरार आरोपियों की धरपकड़ हेतु अति. पुलिस अधीक्षक शहर (मध्य) ऋषिकेश मीणा,भापुसे तथा अति0 पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेश डण्डोतिया के मार्गदर्शन तथा सीएसपी लश्कर/डीएसपी अपराध षियाज़ के.एम.,भापुसे नेतृत्व में ग्वालियर पुलिस की एक एसआईटी का गठन किया गया था।
एसआईटी प्रभारी अति. पुलिस अधीक्षक शहर (मध्य) ऋषिकेश मीणा,भापुसे, सीएसपी लश्कर/डीएसपी अपराध षियाज़ के.एम,भापुसे एवं डीएसपी अपराध द्वितीय संदीप मालवीय के नेतृत्व में विवेचना में प्रथक-प्रथक टीमें तैयार कर एपटेक कंपनी मुंबई व एमईएल कंपनी नोएडा रवाना कर साक्ष्य संकलन किया गया था। उक्त प्रकरण में गिरफ्तारशुदा आरोपीगणों के मोबाइल व तकनीकी साक्ष्य एवं खाता विवरण का विशलेषण कर आए साक्ष्य के आधार पर अन्य 06 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
जिसमें से 2 आरोपी पूर्व में एपटेक कंपनी मुंबई में कार्य कर चुकें हैं अन्य एक आरोपी वर्तमान में भी उक्त कंपनियों में कार्यरत है जो कि ऑनलाईन परीक्षाओं का कार्य देख रहा है। उक्त प्रकरण में विवेचना के दौरान आए साक्ष्य में ज्ञात हुआ है कि पकड़े गये आरोपियों में से 11 लोग छात्र-छात्राओं को एकत्रित कर उनके मूल दस्तावेज लेकर परीक्षा से पूर्व पेपर उपलब्ध कराने का कार्य कर रहे थे और शेष 4 आरोपियों में से एक आरोपी की ड्यूटी परीक्षा दिनांक को परीक्षा केन्द्र पर थी जिसे वर्तमान में कंपनी में कार्यरत एक आरोपी ने एपटेक/एमईएल कंपनी के सर्वर का आईडी पासवर्ड दिया, जिसने कंपनी के सर्वर से उक्त परीक्षा का डेटा निकालकर कंपनी में पूर्व में कार्य कर चुके अपने एक अन्य साथी को दिया।
जिसने उक्त डाटा के माध्यम से परीक्षा का पेपर निकालकर अपने अन्य साथीगणों तक पहुंचाया। पकड़े गये आरोपियों में से एक आरोपी के खाते से पैसों को लेनदेन किया जा रहा था।प्रकरण की विवेचना के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन व नेतृत्व से लगातार दो माह के प्रयास से मौके से पकड़े गये आरोपी व एपटेक/एमईएल कंपनी से पेपर लीक करने वाले संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और प्रकरण में अभी भी साक्ष्य संकलन जारी है। विवेचना के दौरान आए साक्ष्य अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी :
क्राइम ब्रांच टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार आरोपी-08 एवं विवेचना के दौरान आए साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या-08 प्रकरण में कुल आरोपी-16
प्रकरण में जप्त मशरूका :
क्राइम ब्रांच टीम द्वारा उक्त प्रकरण की विवेचना में अभी तक कुल जप्त किया गया मशरूका:- 26 मोबाइल, 05 लैपटॉप, एक कम्प्यूटर, दो प्रिंटर, 05 पेन ड्राइव, एक ओरा कार, एक फॉरचूनर कार जप्त की गई है। उक्त मशरूका की कुल कीमती लगभग 65 लाख रुपये है।
सराहनीय भूमिका :
थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक अमर सिंह सिकरवार, निरीक्षक नरेश गिल एवं क्राईम ब्रांच व गठित एसआईटी टीम व अन्य टीमों की सराहनीय भूमिका रही।
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