उज्जैन, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में मंगलवार सुबह साधु संतों द्वारा धूमधाम से गांग दशहरा का आयोजन किया गया। ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी गंगा दशहरा के रूप में मनाई जाती है। इस अवसर पर जूना अखाड़ा घाट नीलगंगा सरोवर पर चारों ओर सनातन की ध्वज पताका लहराई गयी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक महंत हरिगिरी महाराज ने मंगलवार को वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को दोहराया। सैकड़ों साधु-संतों के साथ नीलगंगा सरोवर में जूना अखाड़ा नीलगंगा के देवता को स्नान कराया गया। इसके पहले भव्य पेशवाई भी निकाली गई थी।
हर साल मानाया जाता है गंगा दशहरा :
गंगा दशहरा का आयोजन 2017 से हर साल किया जा रहा है। इसकी शुरुआत श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा ने सिंहस्थ 2016 के बाद की थी। हर साल पूजन और महाआरती के साथ ही भंडारे का भव्य आयोजन होता है। शाही स्नान, पेशवाई और अभिषेक भी लिया जाता है। इस मौके पर साधु-संतों ने शस्त्रों के साथ अपना कौशल दिखाया। साधु संत घोड़े और बग्गी में सवार होकर महामंडलेश्वर निकले। नीलगंगा सरोवर में साधु-संतों ने शाही स्नान भी किया।
शाम को होगी महाआरती :
गंगा दशहरा के मौके पर मंगलवार शाम को मां नीलगंगा की महाआरती भी होगी। इस मौके पर भक्तजनों के लिए महाभंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर इंदौर से आये कलाकार अपनी प्रस्तुती देंगे। इनके द्वारा शिव स्तुति और निनाद नृत्य अकादमी की बालिकाओं की ओर से गंगा स्तुति की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। भव्य आतिशबाजी के साथ मां नीलगंगा को 108 फीट की चुनरी अर्पण की जाएगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।