जनसहयोग से शहर में वर्ष के अंत तक लगेंगे 60 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

जनसहयोग से शहर में वर्ष के अंत तक लगेंगे 60 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे

इंदौर, मध्यप्रदेश : नगर निगम शहरभर में जनसहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ऐसे कमर्शियल भवन जो 1500 स्क्वेयर फीट या उससे बड़ा है, उसमें सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य करेगा।

Author : राज एक्सप्रेस

इंदौर, मध्यप्रदेश। जिस तेजी से इंदौर स्मार्ट होता जा रहा है, उतनी तेजी से यहां निवास करने वाले स्मार्ट नहीं हो पा रहे हैं। लोग आलीशान मकान-दुकान तो बनवा रहे हैं, लेकिन सीसीटीवी के मामले में कोताही बरती जा रही है। अब नगर निगम शहरभर में जनसहोयग से सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ऐसे कमर्शियल भवन जो 1500 स्क्वेयर फीट या उससे बड़ा है, उसमें सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य करेगा।

नगर निगम शहर को देश का सबसे सुरक्षित शहर बनाने के लिए कम्युनिटी कैमरा पालिसी लागू करने की तैयारी है। अगले दो से तीन महीनों में इसका काम शुरू होगा। प्रोजेक्ट के अंतर्गत 2021 के अंत तक शहर में लगभग 60 हजार कैमरे लगाए जाना हैं। इसका मूल उद्देश्य शहर में महिलाओं और बुजुर्गों को अधिकाधिक सुरक्षा देना है। नगर निगम नीति के तहत ऐसे 100-200 वेंडरों को जोड़ेगा, जो मानक स्तर के कैमरे नागरिकों को सप्लाई करेंगे। शहर में ऐसे करीब 15 हजार स्थान हैं, जहां कैमरे लगाने पड़ेंगे। फिर भी निगम स्थानों के लिए सर्वे करा रहा है, ताकि ऐसे डार्क स्पाट्स चित हो सकें, जहां सुरक्षा के मद्देनजर प्राथमिकता से सीसीटीवी कैमरे लगना जरूरी है। फिलहाल शहर में 3000 सीसीटीवी कैमरे हैं। ये कैमरे पुलिस, नगर निगम (स्मार्ट सिटी कंपनी) और सिटी बस कंपनी द्वारा लगाए गए हैं। निगम ने यह भी तय किया है कि ऐसी सड़कें या गलियां जहां भीड़ तो 'यादा होती है, लेकिन वहां बड़े आकार के निजी मार्केट नहीं हैं, वहां जरूरत के अनुसार निगम खुद कैमरे लगाएगा। अफसरों का कहना है कि अभी आम आदमी को यह जानकारी नहीं होती कि कौनसे और किस तरह के सीसीटीवी कैमरे लगाना चाहिए? कम्युनिटी कैमरा पालिसी में ये मानक तय कर बताए जाएंगे कि कहां, किस तरह और कितनी क्षमता के कैमरे लगाए जाना चाहिए।

गंदगी पर भी काबू पा सकते हैं कैमरों से :

भले ही इंदौर स्वच्छता में लगातार 4 बार नंबर वन आ चुका है, लेकिन वर्तमान में ऐसे कई इलाके हैं, जहां निगम की सारी कोशिशों के बाद भी जैसी सफाई होना चाहिए, वो नहीं हो पा रही है। लोग चोरी-छुपे कचरा और गंदगी फेंक रहे हैं। नगर निगम ऐसे स्पाटों को चिह्नित कर यहां सीसीटीवी लगाए और निगरानी रखे, तो यहां भी सफाई अन्य क्षेत्रों की तरह रह सकती है। इसके लिए नगर निगम स्वयं या क्षेत्रीय रहवासियों की मदद ले सकती है।

पुलिस भी अपने स्तर पर कर रही कोशिशें :

सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को भी अपराधियों तक पहुंचने में बड़ी मदद मिलती है। यही कारण है कि पुलिस प्रशासन भी अपने स्तर पर यह कोशिश कर रहा है कि लोगों खासकर रहवासी सोसाइटियों, व्यापारी संगठनों को जागरुक कर रहवासी कालोनी, बाजारों में सीसीटीवी कैमरे ज्यादा से ज्यादा संख्या में लगाए, ताकि इनकी मदद से अपराध को काबू किया जा सके और यदि अपराध हो, तो जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ा जा सके। कुछ थाना क्षेत्रों में पुलिस ने इसको लेकर शुरुआत कर दी।

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