MP Vidhan Sabha Monsson Session 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र आज से प्रारंभ हो गया है। पहले दिन दिवंगत नेताओं (पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया और पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच) को श्रद्धांजलि दी गई।
कई मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर
सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही कांग्रेस ने महंगाई,आदिवासियों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया है। मप्र से आदिवासियों और दलितों के साथ हुई मारपीट और उत्पीड़न की घटना, महंगाई समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, हमारे आदिवासी के सिर पर भाजपा नेता पेशाब करते हैं, महाकाल लोक में लूटमार की।
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा- शिवराज सरकार ने 18 साल में जो भ्रष्टाचार और घोटाले किए, उन्हें उठाया जाएगा।
भाजपा ने जताई आपत्ति
इधर इस पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह मौसमी महंगाई है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। वही, मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा- कांग्रेस हमेशा झूठ बोलती है, कांग्रेस के आरोपों का मुकाबला पूरी तैयारी से करेंगे।
बता दें, पांच दिवसीय मानसून सत्र जो मंगलवार से प्रारंभ हुआ ये पंद्रहवीं विधानसभा का अंतिम सत्र हो सकता है। 11 जुलाई से प्रारंभ होकर 15 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें प्रस्तावित हैं। मौजूदा विधानसभा का यह सत्र अंतिम हो सकता है, क्योंकि राज्य में नवंबर दिसंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। इस बीच विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश ने बताया था कि मानसून सत्र की अधिसूचना जारी होने से अब तक सचिवालय को कुल 1642 प्रश्नों की सूचना प्राप्त हुयी हैं। इसके अलावा ध्यानाकर्षण की 185, स्थगन प्रस्ताव की 22, अशासकीय संकल्प की 17 और तीन विधेयकों की सूचना प्राप्त हुयी हैं।
दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को आदिवासियों पर अत्याचार समेत विभिन्न संवेदनशील मुद्दों पर घेरने की योजना बनायी है। इस वजह से सत्र के हंगामेदार होने के भी आसार हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।