मध्यप्रदेश। सियाचिन में शहीद हुए मध्यप्रदेश के सपूत विवेक सिंह तोमर का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। शहीद विवेक तोमर आज पंचतत्व में विलीन हो गए। नम आंखों से शहीद को बेटे अर्धमन ने पिता को मुखाग्नि दी है। विवेक तोमर की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा।
शहीद की अंतिम विदाई:
मध्यप्रदेश के सपूत विवेक सिंह तोमर का मंगलवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को उनके परिवार के बच्चों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि देकर अंतिम विदाई दी। शहीद विवेक सिंह तोमर के बड़े बेटे अर्धमन ने मुखाग्नि दी तो छोटे बेटे ने पिता के पैर छूकर अंतिम विदाई दी। इस दौरान अंत्योष्टि में शामिल लोगों की भी आंखें नम हो गईं। इस दौरान अंत्योष्टि में शामिल लोगों की भी आंखें नम हो गईं।
कैंप में दम घुटने से हुई थी मौत:
बीते दिनों कैंप की थर्मोस्टेटिक बिल्डिंग के तापमान नियंत्रक में आई खराबी के चलते पूरी बिल्डिंग में धुआं हो गया था। इस दौरान सियाचिन के दुरमुख में कैंप में दम घुटने के कारण विवेक सिंह शहीद हो गए थे उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी। जिसके बाद रास्ते में उन्हें खून की उल्टी हुई और उनकी मौत हो गई। बता दें, शहीद विवेक सिंह तोमर चाइना बॉर्डर पर सियाचिन के दुरमुख कैंप में हवलदार के पद पर थे। शहीद के दोनों बेटे अर्धमन और हर्षवर्धन ग्वालियर में अपनी मां के साथ रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
शहीद की अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का लगा तांता
ऐसे में आज शहीद विवेक तोमर की पार्थिव देह उनके घर मुरैना जिले के अंबाह में रुअर गांव लाई गई और अंतिम विदाई दी गई, शहीद की अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का तांता लगा, लोगों ने भारत माता की जय, विवेक सिंह तोमर अमर रहे के नारे लगाए।
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