लालघाटी ग्रुप की शराब दुकानों का लाइसेंस निरस्त RajExpress
मध्य प्रदेश

लालघाटी ग्रुप की शराब दुकानों का लाइसेंस निरस्त, लगाई थी फर्जी बैंक गारंटी- कलेक्टर ने दिये FIR के निर्देश

Bhopal News : कम्पोजिट मदिरा समूह लालघाटी की दो दुकानें 22 करोड़ 34 लाख 38 हजार 213 रुपए में नीलाम हुई थी। इसे की उच्चतम ऑफर देते हुए राठौर एण्ड मेहता एसोसिएट्स ने लिया था।

राज एक्सप्रेस

भोपाल (अजीत द्विवेदी) । आबकारी विभाग में एक नया घोटाला सामने आया है। मामला राजधानी का है। यहां पर लालघाटी ग्रुप की दो शराब दुकानें 1 करोड़ 84 लाख की फर्जी बैंक गारंटी लगाकर ले ली गई। जब इसकी पड़ताल हुई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। कलेक्टर ने दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया है। साथ ही लाइसेंसियों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिये हैं। दोनों शराब दुकानों का नये सिरे टेंडर कराया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक दुकान का संचालन आबकारी अमले के द्वारा किया जाएगा।

दरअसल, कम्पोजिट मदिरा समूह लालघाटी की दो दुकानें 22 करोड़ 34 लाख 38 हजार 213 रुपए में नीलाम हुई थी। इसे की उच्चतम ऑफर देते हुए राठौर एण्ड मेहता एसोसिएट्स ने लिया था। ग्रुप को निर्धारित देय अग्रिम राशियां 31 मार्च तक जमा करना था। लाइसेंसी के द्वारा दस अप्रेल को निर्धारित राशि की बैंक गारंटी क्रमांक 0789/जीईएफ/00010 बैंक की 1 करोड़ 84 लाख रुपए का डीडी जमा किया गया। यह डीडी सात अप्रेल को बनाया गया था।

19 अप्रेल को अरेरा हिल्स स्थित ब्रांच से डीडी के सत्यापन के लिए सहायक जिला आबकारी अधिकारी को निर्देश दिये गये थे। सहायक आबकारी अधिकारी के द्वारा दिये गये प्रतिवेदन में बताया गया कि शाखा से कई बार संपर्क करने के बाद भी बैंक गारंटी का सत्यापन नहीं हुआ। बताया गया कि इस संबंध में बैंक गारंटी जारी नहीं की गई है। इस बैंक गारंटी के सत्यापन को लेकर बैंक कार्यालय ईमेल किया गया। 26 मई को बैंक की तरफ से जवाब आया कि उनके यहां से यह बैंक गारंटी जारी नहीं की गई है। सहायक आबकारी अधिकारी के प्रतिवेदन और बैंक के ई-मेल से साफ हो गया कि राठौर एंड मेहता एसोसिएट्स ने फर्जी बैंक गारंटी लगाई है।

पश्चिम बंगाल से बनवाई थी डीडी

राठौर एंड मेहता एसोसिएट्स के कर्ताधर्ताओं ने बहुत ही समझदारी से यूनियन बैंक की लोकल शाखा से डीडी न बनवाते हुए थाना दारा कालिमपोंग सिलीगुढ़ी वेस्ट बंगाल से बैंक गारंटी बनवाई थी। बैंक गारंटी 7 अप्रेल को बनाई गई थी। इस कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बनाया गया था।

राठौर एंड मेहता एसोसिएट्स में भागीदार

राठौर एंड मेहता एसोसिएट्स में इंडर एम्पायर निवासी संजीव कुमार मेहता, राजहर्ष कॉलोनी निवासी सुशील सिंह, सरस्वती नगर जवाहर चौक निवासी सुरेन्द्र राठौर भागीदार है

कलेक्टर ने दिखाई गंभीरता

इस मामले के सामने आने पर कलेक्टर आशीष सिंह ने सिलसिलेवार जांच कराई। जब पुख्ता दस्तावेज सामने आ गये तब लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही दुकान विभागीय अमले को सुपुर्द में लेने के निर्देश दिये। साथ ही तीन ही भागीदारों पर तत्काल प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश अमले को दिये।

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