Kishan died in territory fight RE- Bhopal
मध्य प्रदेश

टेरिटरी फाइट में किशन की मौत, नौरादेही अभ्यारण का पहला टाइगर था

पेट्रोलिंग के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों को उसका शव मिला था। गौरतलब है की 6 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी बाघ की मौत टेरिटोरियल फाइट के कारण हुई है।

gurjeet kaur

Kishan died in territory fight: मध्यप्रदेश के नौरादेही अभयारण्य में एक बाघ की मौत हो गयी है। यह बाघ, अभयारण्य का पहला बाघ (N-2) था। टेरिटरी को लेकर N-2 यानी किशन की दुसरे बाघ N-3 से झड़प हो गयी थी। इस झड़प के चलते किशन बुरी तरह घायल हो गया था। कल N-2 के इलाज के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व से आयी डॉक्टरों की टीम ने उसका उपचार किया था। आज पेट्रोलिंग के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों को उसका शव मिला था। गौरतलब है की 6 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी बाघ की मौत टेरिटोरियल फाइट के कारण हुई है। N-2 (किशन) के शव को वन विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बाघ N-2 के चेहरे पर पंजे के निशान थे, इसी से वन विभाग के अधिकारीयों को पता चला कि बाघों की आपस में लड़ाई हुई है। नौरादेही अभयारण्य में पहले 2 बाघ थे N-1 यानी राधा और N-2 यानी किशन। जिस बाघ ने किशन पर हमला किया था वह विचरण करते हुए अभ्यारण में पहुंचा था। इसके अलावा नौरादेही अभयारण्य में जितने भी बाघ है वो राधा और किशन की ही संतानें हैं। बुधवार को वन विभाग की टीम ने हाथियों की मदद से किशन को ढूंढा था।

अभ्यारण में घायल हालत में मिला किशन

फिलहाल बाघ की मौत का असली कारण स्पष्ट नहीं है। वन विभाग की टीम ने किशन की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे। फिलहाल बाघ N-3 सामने नहीं आया है। ऐसी जानकारी है की वो घने जंगलों में छुपा हुआ है।

11 साल का था किशन :

बाघ किशन की मौत के बाद अब अभ्यारण में बाघों की संख्या 14 रह गयी है। साल 2018 में ही राधा और किशन को यहाँ लाया गया था। राधा 7 साल की है और किशन 11 साल का था।

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