हाइलाइट्स :
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सरकार को घेरा
कमलनाथ बोले- लेखानुदान से प्रदेश की जनता को हुई निराशा
भाजपा सरकार के खाने के दांत और हैं और दिखाने के और
Kamal Nath Statement: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सरकार को घेरा और कहा- मध्य प्रदेश विधानसभा में आज पेश लेखानुदान वित्तीय औपचारिकता यानी "थोथा चना, बाजे घना" मात्र बनकर रह गया है। वित्त मंत्री ने भाजपा के घोषणापत्र के वादे पूरे करने की कार्ययोजना तो दूर नियत तक का संकेत नहीं दिया।
लेखानुदान से प्रदेश की जनता को हुई निराशा : कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करके कहा कि, अंतरिम बजट से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार के खाने के दांत और हैं और दिखाने के और। भाजपा जो बातें भाषणों और विज्ञापनों में करती है, उनका कोई जमीनी आधार नहीं है। लेखानुदान से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है।
आज मोहन सरकार का पहला अंतरिम बजट पेश :
बता दें, आज मध्यप्रदेश विधानसभा में डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने साल 2024-25 आय-व्यय का लेखानुदान यानी अंतरिम बजट पेश किया। यह अंतरिम बजट एक लाख 45 हजार करोड़ रुपए का है। अंतरिम बजट में कोई नई योजना या टैक्स नहीं है।
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा जगदीश देवड़ा बोले- अंतरिम बजट में सभी योजनाओं के लिए प्रावधान है। "प्रदेश सरकार मोदी की गारंटी पर काम कर रही है" लेखानुदान का उद्देश्य "अंतिम आपूर्ति" की स्वीकृति होने तक सरकार के क्रियाकलाप को जारी रखना है।
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