ग्वालियर। बंद मिले बीएड महाविद्यालयों को सम्बद्धता देने के लिए एक बार फिर से निरीक्षण कराने की तैयारी चल रही है। क्योंकि, निरीक्षण टीम ने ऐसे महाविद्यालयों को सम्बद्धता देने से अपनी रिपोर्ट में साफ इंकार कर दिया है। जब इसकी भनक कॉलेज संचालकों को लगी, तो अब वह जीवाजी विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं और रिपोर्ट बदलवाने का हर संभव से संभव प्रयास कर रहे हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय से बीएड के 204 शासकीय और अशासकीय महाविद्यालय सम्बद्ध हैं। इन्हें वर्ष 2023-24 की सम्बद्धता देने के लिए जेयू द्वारा गत दिवस निरीक्षण कराये गए थे। निरीक्षण कमेटियों ने मौके पर पहुंचकर विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान टीम को कई महाविद्यालय ऐसे मिले थे जिनके कॉलेज के मुख्य द्वार पर ही ताले लटके हुए थे। इसकी वीडियोग्राफी और रिपोर्ट टीम ने डीसीडीसी कार्यालय में प्रस्तुत की।
उसी रिपोर्ट को डीसीडीसी ने स्थाई समिति की बैठक में रखा। स्थाई समिति की बैठक में सभी महाविद्यालयों की रिपोर्ट न आने के कारण समिति के सदस्यों ने सम्बद्धता पर कोई निर्णय नहीं लिया और 20 अप्रैल को पुन: बैठक कर समस्त महाविद्यालयों की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देेश दिए थे। ऐसे में उन महाविद्यालय के संचालकों को एक और मौका मिल गया, जिनके महाविद्यालयों पर टीम को ताला लटका हुआ मिला था।
अब वह जीवाजी विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं और रिपोर्ट बदलवाने का हर संभव से संभव प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह इस प्रयास में भी हैं कि कॉलेज का पुन: निरीक्षण हो जाए और टीम से सांठगांठ कर हम मनमुताबिक रिपोर्ट तैयार करा लें। इससे हमें बीएड कोर्स संचालित करने की अनुमति मिल जाए।
सांठगांठ का संदेह इसीलिए मांगी जांच रिपोर्ट
राज्यपाल कोटे के कार्यपरिषद सदस्य डॉ.संगीता कटारे, संजय यादव और प्रदीप शर्मा को संदेह है कि जेयू अधिकारी ऐसे महाविद्यालयों को सम्बद्धता नहीं दे दें। जिनके महाविद्यालयों पर ताले लटके हुए थे। इसी संदेह को स्पष्ट करने उन्होंने कुलपति प्रो.अविनाश तिवारी और कुलसचिव राजेन्द्र कुमार बघेल से महाविद्यालयों में निरीक्षण करने गई निरीक्षण समिति के सदस्यों के नाम, निरीक्षण करने के उपरांत महाविद्यालयों की जांच रिपोर्ट, निरीक्षण दल द्वारा महाविद्यालयों की बनाई गई वीडियो रिकॉडिंग, सीडी, महाविद्यालय में पदस्थ शिक्षक मानदेय, बैंक बैलेंस सीट, बैंक स्टेटमेंंट, अशासकीय महाविद्यालयों के निरीक्षण के लिए निरीक्षण समिति दल में कौन-कौन सदस्य रहते हैं, विवि, उच्च शिक्षा राज्य शासन के क्या नियम हैं उसकी भी कॉपी उपलब्ध कराई जाए, डीसीडीसी कार्यालय द्वारा कुलपति को उपलब्ध कराई गई निरीक्षण रिपोर्ट सहित अन्य जानकारी मांगी है।
ईसी मेम्बरों की इन छह कॉलेजों पर निगाहें
हिन्दुस्तान महाविद्यालय, ग्वालियर
राधा बल्लबभ बीएड महाविद्यालय, रतवाई, ग्वालियर
आरएबी शिक्षा महाविद्यालय, अकबरपुर, ग्वालियर
झूलेलाल महाविद्यालय, लश्कर, ग्वालियर
स्वामी समर्थ बीएड कॉलेज, ग्वालियर
एएस डिग्री कॉलेज, कैलारस
इनका कहना है
निरीक्षण टीम को जिन महाविद्यालयों में ताले लगे हुए मिले थे। उन्हें यदि सम्बद्धता दी जाती है तो इसकी शिकायत हम उच्च शिक्षा मंत्री से लेकर राज्यपाल से करेंगे। कार्यपरिषद की बैठक में कड़ा विरोध भी जतायेंगे।
डॉ.संगीता कटारे, कार्यपरिषद सदस्य जीवाजी विश्वविद्यालय
अगर महाविद्यालयों को नियम ताक पर रख सम्बद्धता दी जाती है तो एनएसयूआई इसका खुलकर विरोध करेगी। जिन कॉलेजों के निरीक्षण हो चुके हैं उनके पुन: निरीक्षण नहीं होना चाहिए।
वंश महेश्वरी, छात्र नेता एनएसयूआई
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