निगम के वाहन ने डेढ़ साल की बच्ची को कुचला, हुई मौत Shahid - RE
मध्य प्रदेश

असंवेदनशील नगर निगम : निगम के वाहन ने डेढ़ साल की बच्ची को कुचला, हुई मौत

कैलाश टॉकीज के पीछे स्थित व्यापारी के घर के सामने हुई घटना। निगमायुक्त ने 10 हजार रूपए लेकर उपायुक्त को परिजनों से मिलने भेजा। व्यापारी ने कहा मुझे पैसे नहीं चाहिए, वाहन चालक पर करें कार्यवाही।

राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। नगर निगम के कचरा वाहन ने शनिवार सुबह एक डेढ़ वर्षीय बच्ची को कुचल दिया। वाहन के नीचे आने के कुछ देर बाद बच्ची की मौत हो गई। घटना कैलाश टॉकीज के पीछे की है और परिजन वाहन चालक पर कार्यवाही की मांग की। शर्मनाक पहलू यह है कि घटना के बाद निगमायुक्त किशोर कन्याल के पास इतना समय नहीं था कि वह परिजनों को सांत्वना देने पहुंच पाते। उन्होंने उपायुक्त डॉ. अतिबल सिंह को 10 हजार रुपय देकर परिजनों से मिलने भेज दिया। परिजनों ने कहा कि हमें पैसों की आवश्यकता नहीं है सिर्फ वाहन चालक पर कार्यवाही करें ताकि किसी दूसरे घर का चिराग न बुझे। देर रात तक वाहन चालक एवं क्लीनर की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।

पूर्व विधानसभा के वार्ड क्रमांक 19 में कैलाश टॉकीज के पीछे गंगावाल कोठी के सामने शनिवार सुबह नगर निगम का टिपर वाहन कचरा उठाने पहुंचे था। यहां रहने वाले व्यापारी अंशुल अग्रवाल की पत्नी नेहा अग्रवाल कचरा डालने के लिए बाहर आई। उनके साथ डेढ़ वर्षीय बच्ची कायू भी मौजूद थी। नेहा ने कचरा गाड़ी में डाला तो कायू चलते हुए गाड़ी के आगे पहुंच गई। वाहन चालक साजिद अली एवं क्लीनर हरीओम ने बच्ची को देख लिया था लेकिन उन्हें लगा कि बच्ची आगे निकल गई। लेकिन किसी ने भी गाड़ी से बाहर आकर देखने की कोशिश नहीं की कि बच्ची गाड़ी के नीचे तो नहीं आ गई। लापरवाही दिखाते हुए चालक ने गाड़ी को आगे बढ़ा दिया। इससे बच्ची को टक्कर लगी और वह गिर गई। इसके बाद चालक ने गाड़ी को मोड़ा और आगे बढ़ा दिया। बच्ची के ऊपर वाहन का पिछला टायर चढ़ गया और वह घायल हो गई। चालक साजिद अली को घटना का पता चला तो उसने तत्काल गाड़ी को रोका और बच्ची को उठाकर उसकी मां के पास ले गया। लेकिन कुछ देर बाद ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके बाद वाहन चालक वहां से वापस चला गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश था। कुछ समय बाद उपायुक्त डॉ. अतिबल सिंह यादव घटना स्थल पर पहुंचे और परिजनों को 10 हजार रुपये की सहायता देना चाही। लेकिन परिजनों ने पैसे लेने से मना करते हुए वाहन चालक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। रात 8:20 बजे वाहन चालक साजिद अली (ईकोग्रीन) एवं क्लीनर हरीओम (विनियमित) को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

परिजनों से मिलने नहीं पहुंचे निगमायुक्त :

निगम के वाहन चालक की गलती से व्यापारी के घर में मातम छा गया। त्यौहार पर पूरा परिवार गम में डूब गया है। परिजनों को सांत्वना देने के लिए निगमायुक्त किशोर कन्याल को मौके पर पहुंचना चाहिए था लेकिन वह बैठक एवं निरीक्षण में इतना व्यस्त रहे कि उन्हें फुर्सत ही नहीं मिली। इसे अंसवेदनशीलता ही कहा जायेगा।

कान में लीड लगाया था वाहन चालक :

परिजनों का आरोप था कि कचरा उठाने आने वाले वाहन चालक कान में लीड (ईयर फोन) लगाए रहते हैं। उन्हें आवाज भी दो तो कुछ सुनाई नहीं देता। इस घटना में भी ड्रायवर कान में लीड लगाकर गाने सुन रहा था इसलिए उसने ध्यान नहीं दिया। अगर समय रहते ध्यान दिया होता तो यह घटना नहीं होती। निगमायुक्त ने सभी वाहन चालकों को निर्देश दिए हैं कि वाहन चलाते हुए अगर किसी चालक के कान में लीड लगी मिली तो उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जायेंगी।

इनका कहना है :

कैलाश टॉकीज के पास कचरा वाहन के कुचलने से बच्ची की मौत होना दुखद घटना है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल वाहन चालक एवं क्लीनर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। सभी वाहन चालकों को निर्देश दिए हैं कि वह वाहन चलाते हुए ईयर फोन का इस्तेमाल न करें। ईयर फोन लगाकर वाहन चलाते पाए जाने पर सेवाएं समाप्त की जायेंगी।
किशोर कन्याल, निगमायुक्त

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