इंदौर, मध्यप्रदेश। हीरा नगर थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में हुए सीजर के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर उसे एक अन्य कार्पोरेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए रैफर किया गया, जहां महिला का दूसरा ऑपरेशन हुआ, लेकिन इसके बाद भी प्रसूता की जान नहीं बच सकी और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने सीजेरियन करने वाली महिला डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
महिला डॉक्टर के खिलाफ कलेक्टर मनीष सिंह के साथ ही सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या को भी लिखित शिकायत की गई है। हीरा नगर थाना में परिजन डॉक्टर के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत लिखने से इनकार कर दिया कि महिला का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। महिला के परिजन और रिश्तेदार रविवार शाम को बापट चौराहा पर एक प्रदर्शन करने जा रहे हैं, ताकि दोषी डॉक्टर को सजा दिलाई जा सके।
सीजर के बाद पड़ने लगा शरीर काला :
अंकिता पति शुभम कुशवाह का गर्भवती होने के बाद बारोड़ हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा था। अंकिता की भाभी अनिता पटेल के मुताबिक 9 अगस्त को डॉ. मनीषा अग्रवाल ( सिंघल) ने उनकी भाभी अंकिता सिंह का सीजर किया था। सीजर के पहले तक भाभी की तबियत एकदम ठीक थी। डॉ. सिंघल का कहना था कि दर्द नहीं हो रहा है और गर्भ में बच्चे की पल्स कम हो रही है, इसलिए सीजर करना पड़ेगा। सीजर के बाद भाभी (अंकिता) की तबियत बिगड़ने लगी। कंपकपी आने लगी और कुछ देर बाद खून की उल्टी होने के साथ ही शरीर काला पड़ने लगा। उस समय अस्पताल में डॉक्टर नहीं थी। हमने उन्हें बुलाया और कहा कि इन्हें विजयनगर स्थित एक कार्पोरेट हॉस्पिटल में शिफ्ट कर देते हैं, आप रैफर कर दें, लेकिन डॉ. सिंघल ने मना कर दिया। उन्होंने भाभी को आईसीयू में शिफ्ट किया और विभिन्न जांच के बाद कहा कि इन्हें बॉम्बे हॉस्पिटल या चौइथराम अस्पताल में शिफ्ट करें, इन्हें प्लज्मा चढ़ाना होगा। इसके बाद भाभी को बॉम्बे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। यहां डॉक्टर ने रात में दो बजे इमरजेंसी में आपरेशन किया और हमें बताया कि इनके पेट में खून भरा हुआ था। हमने कहा कोई यूटरेस कट गई था, जिससे इंटरनल ब्लैडिंग हुई है, तो उन्होंने कहा कि मैंने उसे ठीक कर दिया है। साथ ही हमें बताया कि एक कर्डिएक अरेस्ट आया था। कुछ देर बाद बताया कि दूसरा कार्डिएक अरेस्ट आया और वो अब इस दुनिया में नहीं रहीं। 12 अगस्त को भाभी को मृत घोषित कर दिया गया।
एमएस नहीं फिर कर दिया ऑपरेशन :
अनिता पटेल ने बताया कि डॉ. बघेल एमएस नहीं है, इसलिए वो अकेले सर्जरी नहीं कर सकती, लेकिन उन्होंने ऐसा किया है। इसके कारण मात्र 24 वर्ष की आयु में हमारी भाभी की मौत हो गई। इस मामले में हमने कलेक्टर को शिकायत की है, उन्होंने पूरे मामले में कमेटी बैठकर जांच की बात कही है। सीएमएचओ को भी शिकायत की गई है, लेकिन थाने में डॉक्टर के खिलाफ शिकायत लिखना तो दूर, शिकायत ली भी नहीं गई है, क्योंकि हमारी भाभी का पोस्टमार्टम नहीं हुआ था। कारण अस्पताल में डॉक्टरों ने हमे ऐसा करने से मना कर दिया था और समझा कर घर भेज दिया था। अब इस मामले में हम इंसाफ चाहते हैं, ताकि दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। इस मामले में डॉ. मनीषा अग्रवाल का कहना है कि प्लेटीलेट कम होने के कारण अंकिता की तबियत बिगड़ी थी, अस्पताल में ब्लड बैंक न होने के कारण अन्य अस्पताल में रैफर किया था। लापरवाही का आरोप गलत है।
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