पार्षदों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम RE-Indore
मध्य प्रदेश

INDORE NEWS : आईटी एक्सपर्ट ने पार्षदों को किया अपडेट, प्रशासनिक अधिकारियों ने भी किया संवाद

आईटी एवं सोशल मीडिया के क्षेत्र में पार्षदों की भूमिका व विकास कार्यो के विस्तार के लिये जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।

Mumtaz Khan

इंदौर। वर्तमान समय में जनप्रतिनिधियों को आईटी (इन्फर्मेशन टेक्नालाजी) के क्षेत्र में दक्ष होना जरूरी है। इसी के चलते इंदौर नगर निगम के पार्षदों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को रखा गया। इसमें आईटी एक्सपर्ट के साथ ही जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने पार्षदों के साथ संवाद करते हुए उन्हें किस तरह से अपडेट होना चाहिए, इसकी जानकारी दी। निगम की कार्य प्रणाली, स्वच्छता अभियान के साथ ही आईटी के संबंध में जाल सभागृह में आयोजित पार्षद प्रशिक्षण के प्रथम सत्र का महापौर पुष्यमित्र भार्गव, आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चांवडा, सभापति मुन्नालाल यादव द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।

प्रशिक्षण के अन्य सत्र में पूर्व लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, बाबुलाल रघुवंशीे व शहर के वरिष्ठ जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियो जिनमें पूर्व निगमायुक्त सीबी सिंह, अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, अभिषेक गेहलोत व अन्य की उपस्थिति में पार्षद प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर समस्त महापौर परिषद सदस्य, पार्षद दल के सचेतक, उपसचेतक, कोषाध्यक्ष, सदस्य व बडी संख्या में पार्षदगण उपस्थित थे।

पार्षद प्रशिक्षण सत्र के प्रांरम्भ में महापौर श्री भार्गव ने बताया कि निगम के समस्त पार्षदगणो को निगम के कार्यप्रणाली, अधिनियम के साथ ही स्वच्छता अभियान, आईटी एवं सोशल मीडिया के क्षेत्र में उनकी भूमिका व विकास कार्यो के विस्तार के लिये जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। उन्होने कहा कि विगत 4 परिषद मे हमारे वरिष्ठ जनप्रतिनिधियो द्वारा इंदौर शहर के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इंदौर के वैभव व संस्कृति को स्थापित करने में निगम की महत्वपूर्ण भूमिका है। नगर निगम इंदौर नागरिको को मूलभुत सुविधाऐं उपलब्ध कराने के साथ ही शहर विकास के लिये भी काम करने की नगरीय इकाई है।

महापौर ने कहा कि निगम की वर्तमान परिषद में नये पार्षदगण आते है, निगम की कार्य प्रणाली व निगम के कार्यो के अनुभव को सांझा करने की दृष्टि से वरिष्ठ जनप्रतिनिधि व अधिकारियो द्वारा विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि इंदौर के वर्तमान व पूर्व के क्षेत्रफल, बजट व विकास की श्रृंखला के स्वरूप में बहुत बड़ा अंतर है। इंदौर की स्वच्छता इंदौर की ब्राण्ड है, स्वच्छता का सिरमौर बने रहना हमारे लिये चुनौती है। उन्होंने कहा कि शहर विकास के साथ ही डिजिटल इंदौर के लिये भी सभी पार्षदो को काम करना है, वर्तमान में आईटी तथा सोशल मिडिया के माध्यम से किस प्रकार से अपने आपको अपडेट करना है, सोशल मिडिया का कितना महत्व है, जनप्रतिनिधि केा किस प्रकार से प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समन्वय कर शहर विकास में अपनी भूमिका स्थापित करनी है, को दृष्टिगत रखते हुए, कार्यशाला में पार्षदगणो को वरिष्ठो द्वारा मार्ग-दर्शन दिया गया है।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पार्षद प्रशिक्षण सत्र के दौरान कहा कि जनप्रतिनिधि व नागरिकों के मध्य किस प्रकार का लोकाचार होना चाहिये, किस प्रकार से जनप्रतिनिधि का जनता के साथ व्यवहार होना चाहिये, ताकि शहरहित में नागरिकों के सहयोग से बुनियादी विकास कार्य किये जा सके। उन्होने कहा कि नागरिको द्वारा जब जनप्रतिनिधियों को अपनी समस्याऐं सुनाई जाती है तो जनप्रतिनिधि को धीर गम्भीर होकर उसको सुनने के साथ ही उसके निराकरण के लिये भी कार्य करना चाहिये। साथ ही उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किये गये कार्यो के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि जब मैं प्रथम बार पार्षद बना तो मैने किस प्रकार से उस वक्त बजट के माध्यम से विकास कार्य किये इस पर विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आज मैं वर्तमान में सांसद हूं, आज केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ के माध्यम से नागरिकों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, आज व पूर्व के बजट के स्वरूप में बहुत ही अंतर है। शासन की बहुउददेश्यीय योजनाओ को अंतिम व्यक्ति तक किस प्रकार से पहुंचाना जनप्रतिनिधियों का काम है, इस पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन सचेतक कमल वाघेला ने किया तथा आभार एमआईसी सदस्य राकेश जैन ने माना।

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