इंदौर, मध्यप्रदेश। शहर के सरकारी बाग-बगीचों में कतिपय तत्वों द्वारा अतिक्रमण कर कमरे बना लिए गए हैं। शिकायत पर निगम की रिमूवल टीम गत सप्ताह से बाग-बगीचों को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई कर रही है। बुधवार को टीम ने 8 उद्यानों में कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाया। एक स्थान पर निगम टीम से विवाद करने और कार्य में बाधा पहुंचाने वाले परिवार के खिलाफ एफआईआर भी कराई गई।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि उद्यानों में अतिक्रमण की शिकायत पर उद्यान दरोगा के माध्यम से सर्वे कराते हुए सूची तैयार की गई है। सर्वे में शहर के 102 उद्यान ऐसे पाए गए जिन पर अवैध रूप से अतिक्रमण था, निगम द्वारा इन उद्यानों को अतिक्रमण से मुक्त करने का अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। आज 8 उद्यानों को निगम रिमूवल टीम द्वारा कब्जे से मुक्त कराया गया। अभियान में अनुराग नगर, समीर सरोवर, प्रेस कॉम्पलेक्स, श्रीनगर एक्सटेशन, सिद्धीपुरम नगर, विद्यानगर, शिवसिटी, प्रोफेसर कालोनी के उद्यानों को मुक्त कराया गया है।
उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि आज झोन क्र. 8 अनुराग नगर में शासकीय भूमि पर ईश्वर मंडर व वैशाली मंडर द्वारा अतिक्रमण किया गया था, जिस पर उन्हें पूर्व में नोटिस जारी किए थे। इसके बावजूद इन्होंने अतिक्रमण नही हटाया। इस पर निगम रिमूव्हल टीम द्वारा आज अनुराग नगर उद्यान परिसर में बने कमरे व टीनशेड को जेसीबी द्वारा हटाने की कार्यवाही शुरू की गई। कार्यवाही के दौरान ईश्वर, वैशाली और इनके परिवार द्वारा शासकीय कार्य में बाधा डाली गई। इस पर निगम के क्षेत्रीय भवन अधिकारी/भवन निरीक्षक द्वारा थाना विजयनगर में ईश्वर मंडर व वैशाली मंडर व परिवार के अन्य सदस्यों पर एफआईआर दर्ज करने हेतु आवेदन दिया गया। कार्यवाही के तहत झोन क्रमांक 8 के अंतर्गत प्रेस कॉम्पलेक्स उद्यान परिसर से अवैध कब्जा से रिमूव्हल किया गया। झोन क्रमांक 14 के अंतर्गत शिव सिटी में शालीमार उद्यान परिसर में अवैध रूप से बने कमरे को हटाया गया। झोन क्रमांक 10 श्रीनगर एक्सटेंशन पानी की टंकी के पास स्थित उद्यान पर भी अवैध कब्जे पर रिमूव्हल कार्यवाही की गई। साथ ही झोन 19 के अंतर्गत समीर सरोवर उद्यान, झोन 13 अंतर्गत सिद्धीपुरम कालोनी, विद्या नगर, प्रोफेसर कालोनी स्थित उद्यान से अवैध कमरा, टीनशेड हटाने की कार्रवाई की गई।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।